Shivaji Wagh Nakh: इस देश की धरती ने एक से बड़े एक ऐसे वीर योद्धा को जन्म दिया, जिनकी वीरता इतिहास के पन्नो में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है. महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों ने लंदन दौरे पर एक एमओयू पर साइन किया है. यह डील भारत और लंदन के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Mahara) से जुड़ी एक अनमोल वस्तु भारत लाने को लेकर की गई है. यह वस्तु तीन साल के लिए भारत लाई जा रही है. छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रसिद्ध ‘वाघ नख’ (बाघ के पंजे वाला खंजर) (Tiger Claw) को ब्रिटेन के संग्रहालय से महाराष्ट्र लाया जाएगा. इसके बारे में महाराष्ट्र सरकार ने जानकारी दी है. आइए इस वाघ नख के बारे में जानते हैं.


शिवाजी ने इस नख से की थी अफजल खान की हत्या


छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा 1659 में चलाया गया एक हथियार इस साल नवंबर में भारत लौट आएगा. 'वाघ नख' बाघ के पंजे के आकार का एक लोहे का हथियार है, जिसका इस्तेमाल मराठा नेता ने बीजापुर सल्तनत के जनरल अफजल खान को मारने के लिए किया था. त्वचा और मांसपेशियों को काटने के लिए डिज़ाइन किया गया यह छोटा हथियार वर्तमान में लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय का हिस्सा है. राज्य के संस्कृति मंत्री ने 17वीं सदी के मराठा योद्धा राजा की प्रसिद्ध 'जगदंबा' तलवार को जल्द ही ब्रिटेन से वापस लाए जाने की संभावना पर भी जोर दिया. वाघ नख को वापस लौटने पर दक्षिण मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय में रखे जाने की संभावना है.


ये है इस नख का इतिहास


विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय में मौजूद जानकारी के मुताबिक, प्रसिद्ध हथियार ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारी जेम्स ग्रांट डफ का था. कथित तौर पर उन्हें यह 'मराठाओं के पेशवा के प्रधान मंत्री' द्वारा उपहार के रूप में प्राप्त हुआ था. संग्रहालय के डिटेल के अनुसार ब्लेडों के साथ एक फिट किया हुआ केस भी है, जिस पर शिलालेख लिखा है, 'शिवाजी का 'वैगनक' जिसके साथ उन्होंने मुगल जनरल को मार डाला.' अफजल खान की हत्या मराठा इतिहास से जुड़ा एक महत्वपूर्ण अध्याय है. संख्या में वे मराठों से अधिक थे. खान की शक्तिशाली सेना को मराठों ने गुरिल्ला युद्ध का उपयोग करके हरा दिया. महान मराठा राजा ने बाघ के पंजे के आकार के लोहे से बने एक तेज हथियार वाघ नख का उपयोग करके खान को मार डाला था. दरअसल, अफजल खान ने शिवाजी को मिलने के लिए बुलाया. उसका इरादा शिवाजी को गले लगाने के बहाने गला काटने की थी. लेकिन समय रहते उन्होंने खतरे को भांप लिया. जैसे ही अफजल गले लगाने के लिए आगे बढ़ा उन्होंने बाघ नख से खान का सीना चीर दिया.


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