क्या रेड वाइन में भी हमें पानी और सोडा मिला कर पीना चाहिए?
ऐसे देखा जाए तो शराब ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, लेकिन जब आप उसमें सोडा और कोल्ड ड्रिंक मिला कर पीते हैं तो वो और भी ज्यादा हानिकारक हो जाता है.
इस दुनिया में शराब के कई प्रकार हैं. इन्हीं में से एक है रेड वाइन. रेड वाइन को पीने वाले लोगों को पता है कि इसे किसी आम शराब की तरह नहीं पिया जाता है. इसे पीने का तरीका ही एक दम अलग है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या रेड वाइन पीते समय आप इसमें पानी, सोडा या कोल्ड ड्रिंक मिला सकते हैं. और अगर कभी मिला कर पी लिया तो उसके बाद आपके साथ क्या होगा. इसका आपके शरीर पर क्या प्रभाव पड़ेगा.
रेड वाइन कैसे पीते हैं?
भारत में शराब पीने वालों की तादाद बहुत ज्यादा है. यहां ज्यादातर लोग शराब पीने के लिए पानी, सोडे और कोल्ड ड्रिंक का प्रयोग करते हैं. लेकिन बात जब रेड वाइन की आती है तो फिर ये पूरा तरीका बदल जाता है. रेड वाइन को उच्च वर्ग की शराब कहा जाता है. ये आम शराब से महंगी होती है, इसलिए इसे सब अफोर्ड नहीं कर पाते. कहा जाता है कि रेड वाइन जितनी पुरानी होती है, उसकी कीमत उतनी ही ज्यादा होती है.
वहीं जहां तक रही उसे पीने के तरीके की बात तो इसे ग्लास में निकालने के बाद सबसे पहले राउंड राउंड दो चार बार हिलाया जाता है, फिर इसकी सुगंध ली जाती है और इसके बाद छोटे छोटे सिप में इसे पिया जाता है. जहां तक रही इसमें पानी, सोडा और कोल्ड ड्रिंक मिलाकर पीने की बात तो आप ऐसा कर सकते हैं. इससे आपके शरीर पर बिल्कुल वही फर्क पड़ेगा जो आम शराब के साथ पानी, सोडा और कोल्ड ड्रिंक मिलाकर पीने से पड़ता है. हालांकि, जितने भी समझदार लोग हैं वो रेड वाइन के साथ पानी, सोडा और कोल्ड ड्रिंक मिलाकर नहीं पीते हैं.
शराब में सोडा और कोल्ड ड्रिंक कितना हानिकारक है
ऐसे देखा जाए तो शराब ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, लेकिन जब आप उसमें सोडा और कोल्ड ड्रिंक मिला कर पीते हैं तो वो और भी ज्यादा हानिकारक हो जाता है. दरअसल, सोडा में कार्बन डाई ऑक्साइड के साथ-साथ फास्फोरिक एडिड भी होता है ये शरीर में मौजूद कैल्शियम को धीरे-धीरे खत्म कर देता है. बाद में यह कैल्शियम यूरीन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है और इसकी वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती है.
वहीं कोल्ड ड्रिंक की बात करें तो सोडा के मुकाबले कोल्ड ड्रिंक में चीनी की मात्रा ज्यादा होती है. वहीं शुगर की वजह से हमारा शरीर ज्यादा एल्कॉहल नहीं ऑब्जर्व कर पाता है, ऊपर से कोल्ड ड्रिंक में कैफीन की मात्रा भी काफी अधिक होती है. शराब लोगों को सुस्त बनाती है और कैफीन सुस्ती को खत्म करके नींद भगाने का काम करती है. यही वजह है कि शराब में कोल्ड ड्रिंक पीने वालों को डीहाईड्रेशन और हैंगओवर की दिक्कतें ज्यादा होती है.
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