साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण आज रात 09:12 पर लगेगा. हालांकि, इसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा. लेकिन इसका असर पूरी पृथ्वी पर रहेगा. चलिए आज इस आर्टिकल में हम बताते हैं कि आखिर जानवरों पर सूर्य ग्रहण का असर किस तरह का होता है. इसके साथ ही समझेंगे कि जब सूर्य ग्रहण लगता है तब उनके अंदर किस तरह के बदलाव आते हैं.
सौ साल पहले हुआ था रिसर्च
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 100 साल पहले न्यू इंग्लैंड के रहने वाले व्लियम व्हीलर नाम के एक कीटविज्ञानी ने इस पर एक रिसर्च किया था. उन्होंने सूर्य ग्रहण के दौरान ये देखने की कोशिश की थी कि अलग-अलग जानवरों पर इस ग्रहण का किस तरह का प्रभाव दिखता है. इसके लिए उन्होंने 1932 में बकायदा अखबारों में विज्ञापन भी दिया था. चलिए जानते हैं किस जानवर पर कैसा असर हुआ.
किस जानवर पर कैसा असर हुआ
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसे ही ग्रहण लगा और अंधेरा हुआ उल्लू शोर मचाने लगे. वहीं मधुमक्खियां अपने छत्ते में वापिस लौटने लगीं. अलग-अलग जानवरों के व्यवहार से जुड़ी 500 कहानियां इस रिसर्च से सामने आई थीं. इसके अलावा पेड़-पौधों और पक्षियों से जुड़ी कहानियां भी थीं.
2017 में फिर हुआ था रिसर्च
साल 2017 में इसी तरह का एक रिसर्च और हुआ. इस दौरान लगभग 2 मिनट 42 सेकंड का सूर्य ग्रहण लगा था. हालांकि, इस बार के नतीजे पहले के मुकाबले बेहद अलग थे. वैज्ञानिकों ने पाया कि जैसे ही ग्रहण लगा जिराफ नर्वस हो गए और इधर उधर भागने लगे. जबकि, कछुए अपने पार्टनर के साथ मेटिंग करने लगे. वहीं मधुमक्खियों ने भिनभिनाना बंद कर दिया. जबकि भालू इस ग्रहण के दौरान पूरी तरह से शांत हो गए. ग्रहण के समय वो आराम करने लगे, जबकि एक भालू ने तो अपना सिर इस तरह से झुका लिया जैसे उसे इससे कोई मतलब ही ना हो. वहीं रात में शिकार करने वाले पक्षियों की बात करें तो ग्रहण के दौरान उनमें बहुत ज्यादा हलचल देखी गई.
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