धरती पर जब आप सो रहे होते हैं, उस वक्त आसमान में कई घटनाएं घट रही होती हैं, जिनके बारे में आपको शायद जानकारी नहीं होती. ऐसी ही एक घटना 24 सितंबर को हुई. ये एक ऐसी घटना थी जो आम तौर पर देखने को नहीं मिलती. चलिए आपको बताते हैं कि आखिर कल स्पेस में ऐसा क्या घटा कि उसका असर पूरी पृथ्वी पर हुआ.
सूरज में हुआ विस्फोट
नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) और नासा के वैज्ञनिकों ने खुलासा किया कि 24 सितंबर को सूर्य पर मौजूद एक सनस्पॉट में विस्फोट हुआ, जिसके कारण कोरोनल मास इजेक्शन पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा गया. ये टक्कर इतनी तेज़ थी कि इससे पृथ्वी पर G2-श्रेणी का एक सौर तूफान तक आ गया.
पृथ्वी पर कहां दिखे थे इसके प्रभाव
इस तूफान का प्रभाव पूरी पृथ्वी पर तो नहीं लेकिन, स्कॉटलैंड के आसमान में जरूर दिखा. दरअसल, कल अचानक से वहां का आसमान एक दम रंगीन हो गया. यानी पूरे आसमान कई रंग का प्रकाश फैल गया. वहां रहने वाले लोगों को ये कोई चमत्कार लगा. हालांकि, ये पूरी तरह से एक वैज्ञानिक क्रिया है.
इस तूफान के और क्या नुकसान हैं
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह का तूफान अगर तेज़ हो तो वो G3-श्रेणी में बदल जाता है. अगर ऐसा हुआ तो इसके प्रभाव से दुनिया के कई हिस्सों में शॉर्टवेव रेडियो ब्लैकआउट जैसी घटनाएं हो सकती हैं. इससे रेडियो के जरिए कोई भी काम नहीं हो पाएगा. यहां तक कि ऐसे तूफान सैटेलाइट, फोन नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को भी बाधित कर सकते हैं. वहीं अगर ये तूफाव ज्यादा शक्तिशाली हुआ तो फिर इसकी वजह से धरती पर मौजूद पावर ग्रिड भी फेल हो सकते हैं. हालांकि, अभी तक इस तूफान को G2 की ही श्रेणी में रखा गया है. जबकि सबसे खतरनाक तूफान G5 की श्रेणी वाले होते हैं.
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