कुछ प्लेन क्रैश ऐसे भी... जब गलती से गिरा दिए गए जहाज, कई लोगों की गई जान
साल 2024 के अंत में दक्षिण कोरिया में हुए विमान हादसे ने पूरी दुनिया को चौंका दिया था. लेकिन इतिहास में 1 जनवरी का दिन भी एक बड़े प्लेन क्रैश के तौर पर दर्ज है. जानिए कब और कहां हुआ था ये हादसा।
साल 2025 की शुरूआत पर दुनियाभर के लगभग लोगों ने ने न्यू ईयर सेलिब्रेट किया है. लेकिन साल 2024 ने जाते-जाते कई परिवारों को गहरा दुख दिया है. दक्षिण कोरिया में हुए प्लेन क्रैश में 179 लोगों की मौत हुई थी, सिर्फ दो खुशकिस्मत लोग ही इसमें बचे थे. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे प्लेन क्रैश के बारे में बताने वाले हैं, जब पायलट ने प्लेन को समुद्र में गिरा था, 213 यात्रियों के साथ प्लेन समुद्र में समा गया था.
प्लेन क्रैश
दक्षिण कोरिया में हुए विमान हादसे ने पूरी दुनिया को चौंका दिया था. साल 2024 के अंत में हुए इस हादसे ने सबको गहरा दुख पहुंचाया है. लेकिन आज हम आपको जिस प्लेन क्रैश के बारे में बताने वाले हैं, उसमें पायलट की गलती के कारण एक प्लेन 213 यात्रियों के साथ समुद्र में समा गया था. जी हां, इतिहास में ये दुखी दिन आज भी दर्ज है और ये घटना भी साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी को हुई थी.
मुंबई से दुबई के लिए भरी थी उड़ान
बता दें कि भारत के इतिहास में सबसे बड़ा हवाई हादसों में से हादास 1 जनवरी 1978 में हुआ था. 1 जनवरी, 1978 को एयर इंडिया की फ्लाइट बोइंग 747 ने मुंबई के सांताक्रूज एयरपोर्ट जो अब छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी. लेकिन उड़ान भरने के बाद विमान बाईं ओर लुढ़कने लगा था. सम्राट अशोक नाम का यह बोइंग 747 190 यात्रियों और चालक दल के 23 सदस्य के साथ उड़ान भरा था.
समुद्र में समा गई फ्लाइट
जानकारी के मुताबिक उस समय कैप्टन को विमान की ऊंचाई का अंदाजा लगाने में गलती हो गई थी. जिस कारण बोइंग 747 तेजी से नीचे गिरने लगा था. इस दौरान पायलट के कंट्रोल करने पर भी विमान कंट्रोल नहीं हुआ और उड़ान भरने के 101 सेकंड बाद ही विमान अरब सागर में जा गिरा था. विमान में 190 यात्री और 23 चालक दल के सदस्य सवार थे. इस हादसे में सभी यात्रियों और चालक दल की मौत हो गई थी.
एयर इंडिया का था विमान
बता दें कि जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था वो एयर इंडिया फ्लाइट 855 एक बोइंग 747-237B था, जिसे 1971 में बनाया गया था. इस विमान का नाम सम्राट अशोक के नाम पर ही सम्राट अशोक रखा गया था. हादसे के दौरान इस विमान के कैप्टन मदन लाल कुकर थे, जो उस समय 51 वर्ष के थे. वहीं 43 साल की इंदु विरमानी उस समय फ्लाइट की फर्स्ट अधिकारी थी.
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