भारत कभी सोने की चीड़िया हुआ करता था, मगर कई बाहर के शासक और अंग्रेजों ने इसे काफी लूट लिया. भारत में सोने के भंडार का अंदाजा सोन भंडार से गुफा से लगाया जा सकता है. दरअसल, भारत में एक सोन भंडार का गुफा हुआ करती थी, जिसमें घुसने के लिए अंग्रेजों के कई अधिकारियों ने प्रयास किए. कई बार ब्लास्ट भी किए. लेकिन सफलता उनके हाथ नहीं लग सकी. माना जाता है कि वहां से सोना निकालना लगभग नामुमकिन जैसा है.
इस गुफा को लेकर कहा जाता है कि वहां एक रहस्यमयी दरवाजा है, जिसे आजतक कोई भी खोल नहीं पाया. उसे कई बार खोलने की कोशिश की गई, लेकिन हर सभी को नाकामी ही हाथ लगी. बता दें कि यह सोने का भंडार भारत के बिहार के राजगीर में स्थित एक गुफा के अंदर माना जाता है. इसे लेकर कई कहानियां हैं कि मगध साम्राज्य के सम्राट यानी मौर्य शासक बिम्बिसार ने बेशकीमती खजाना छुपाया था. जो आज तक किसी के हाथ नहीं लग सका. उसे 'सोन भंडार' के नाम भी से जाना जाता है.
कोई नहीं खोल पाया दरवाजा
इंटरनेट पर मौजूद कई रिपोर्ट्स के अनुसा, सोन भंडार की गुफा में प्रवेश करते ही पहले एक बड़ा सा कमरा आता है. कहा जाता है कि यह बड़ा सा कमरा खजाने की रक्षा करने वाले सैनिकों के लिए बनाया गया था, जहां से वे रखवाली करते थे. उसी कमरे के पीछे दीवार के पास से खजाने तक पहुंचने का रास्ता बना हुआ है. जिसके मुख्य द्वार को एक पत्थर से बंद किया गया है. अभी तक उस दरवाजे को कोई नहीं खोल पाया.
अंग्रेजों की कोशिश भी रही नाकाम
गुफा के एक दीवार पर शंख लिपि में कुछ लिखा है. जिसे आज तक कोई पढ़ नहीं पाया. बताया जाता है कि इसमें ही खजाने के दरवाजे को खोलने का तरीका लिखा है. लेकिन अभी तक इस लिपि को पढ़ने में दुनियाभर के लोग नाकामयाब रहे हैं. बताया जाता है कि अंग्रेजों ने एक बार तोप से खजाने के दरवाजे को तोड़ने की कोशिश भी की थी, लेकिन वो उसे तोड़ नहीं पाए. तोप के गोले के निशान आज भी दरवाजे पर लगे पत्थर पर मौजूद हैं.
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