प्रकृति ने हमें ऐसे ऐसे अजूबों से नवाज़ा है कि उनके बारे में सुन कर हमारा मुंह खुला का खुला ही रह जाता है. अक्सर इंसान अपनी बनाई चीजों पर नाज़ करता है, लेकिन जब उसे प्रकृति द्वारा निर्मित चीजें दिखती हैं तो ये उसकी समझ से परे होता है कि बिना किसी इंसानी मदद और तकनीक के आखिर प्रकृति ने इसे तैयार किया तो कैसे किया. आज हम आपको एक ऐसी ही प्राकृतिक चीज के बारे में बताने वाले हैं.  ये एक गुफा है, जो प्राकृतिक रूप से बनी है. लेकिन ये इस तरह से बनी है कि इसे देख कर बड़े से बड़ा आर्किटेक्ट भी शर्मा जाएं.


कहां है ये गुफा?


इस गुफा को दुनिया की सबसे बड़ी गुफा कहते हैं. ये वियतनाम में मौजूद है. सोन डोंग नाम की इस गुफा को हर साल कई सैलानी देखने पहुंचते हैं. ये गुफा इतनी विशाल है कि इसमें एक छोटा मोटा शहर बस जाए. वहीं इसकी ऊंचाई इतनी ज्यादा है कि इसमें देश के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी का घर एंटीलिया भी समा जाए. दरअसल, इस गुफा की ऊंचाई लगभग 200 मीटर है. जबकि, अंबानी के घर एंटीलिया की ऊंचाई सिर्फ 173 मीटर है. सबसे बड़ी बात कि ये गुफा धरती से कई किलोमीटर नीचे मौजूद है. यानी अगर आप इसे पाताल लोक भी कहें तो गलत नहीं होगा.


कैसे हुई थी इस गुफा की खोज?


अब सवाल उठता है कि आखिर इस गुफा की खोज कैसे हुई थी. आपको बता दें, इस गुफा की खोज साल 1991 में एक स्थानीय लकड़हारे ने की थी. एक दिन जब एक लोकल लकड़ी काटने वाला इंसान लकड़ी काटने गया तो उसे एक सुरंगनुमा चीज दिखी. वो उसमें घुसता चला गया और जब वह इस गुफा की सतह तक पहुंचा तो हैरान रह गया. बाहर आकर इसने इसके बारे में सबको बताया और फिर ये गुफा पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गई. हालांकि, आज भी इस गुफा को देखने के लिए हर साल सिर्फ एक हजार पर्यटकों को ही अनुमति है. दरअसल, ये पूरी गुफा कैसी है इसके बारे में सबको जानकारी नहीं है. क्योंकि इसके 40 फीसदी हिस्से में हमेशा अंधेरा रहता है. वियतनाम की सरकार बिना गाइड के किसी भी टूरिस्ट को इस गुफा में घूमने की परमिशन नहीं देती.


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