अब तक आपने आसमान से पानी और बर्फ ही गिरते देखा है, लेकिन क्या हो अगर मैं आपसे कहूं कि इस ब्रह्मांड में एक जगह ऐसी भी है जहां शराब की बारिश होती है. यानी इस ग्रह पर आप जहां भी देखेंगे, हर जगह शराब ही शराब मिलेगी. अंतरराष्ट्रीय स्पेस एजेंसी नासा ने इसके बारे में दुनिया को बताया कि ये अल्कोहल सूक्ष्म आणविक के रूप में मौजूद है. सबसे बड़ी बात की स्पेस में प्रोपेनॉल के रूपम में यह अब तक का सबसे बड़ा अल्कोहल अणु खोजा गया है. हालांकि, ये पीने योग्य बिल्कुल नहीं है और पृथ्वी से ये इतनी दूर है कि इसे लाने के बारे में अभी सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है. लेकिन इस खुलासे ने एक बात जरूर साबित कर दिया कि अंतरिक्ष में अभी ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिनके बारे में इंसान सोच भी नहीं सकते.


कहां मिला है ये अल्कोहल?


नासा के मुताबिक, ये अल्कोहल सितारों के पैदा होने वाले क्षेत्र सैगिटेरियस B2 में पाए गए हैं. ये क्षेत्र हमारी आकाशगंगा के केंद्र के करीब ही है. दरअसल, इस क्षेत्र के करीब ही हमारी आकाश गंगा का एक बड़ा ब्लैकहोल है. वहीं इसकी दूरी की बात करें तो ये हमारी पृथ्वी से 170 प्रकाश-वर्ष दूर है. आपको बता दें इस क्षेत्र की खोज अटाकामा लार्ज मिलिमीटर/सबमिलिमीटर एरे टेलीस्कोप द्वारा साल 2016 में की गई थी, जिसके बाद नासा इस पर नजर बनाए हुए है और यहां की सभी गतिविधियों को नोट कर रही है.


एक्सपर्ट्स इस पर क्या कहते हैं?


यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया के एस्ट्रोकेमिस्ट रॉब गैरोड इसे बेहद अनोखा मानते हैं. उनका कहना है, 'प्रोपेनोल के दोनों रूपों का एक साथ मिलना बड़ी बात है और यह प्रत्येक के गठन को निर्धारित करने में विशिष्ट रूप से शक्तिशाली है. ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि दोनों में बहुत ज्यादा समानता है, जिसका अर्थ है कि दो अणु एक ही समय में एक ही स्थान पर मौजूद होने चाहिए.' दरअसल, ऐसी कोई क्रिया जल्दी स्पेस में देखने को नहीं मिलती. खासतौर से मिथाइल अल्कोहल, या मेथनॉल (CH3OH) का कहीं मिलना बड़ी बात है. इसके अध्ययन से वैज्ञानिक ग्रहों के निर्माण और उनके खत्म होेने की प्रक्रिया को समझ पाएंगे.


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