आपके स्पर्म काउंट को कम कर रहा जेब में रखा मोबाइल फोन? स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा
Sperm Count: स्विटजरलैंड की एक यूनिवर्सिटी की रिसर्च में ये बात कही गई है कि मोबाइल फोन भी स्पर्म काउंट कम होने का एक कारण हो सकता है. हालांकि अब तक इसके पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं.
Sperm Count: मोबाइल फोन के ज्यादा इस्तेमाल को लेकर कई तरह की स्टडी और रिसर्च सामने आ चुकी हैं, जिनमें बताया जाता है कि कैसे मोबाइल से हमें कई बीमारियां हो सकती हैं. इसी बीच मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर एक चौंकाने वाली रिसर्च सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि मोबाइल का इस्तेमाल करने से आपका स्पर्म काउंट घट सकता है. यानी ये आपके स्पर्म को कम कर सकता है. स्विटजरलैंड की एक यूनिवर्सिटी की रिसर्च में ये बात कही गई है.
लगातार कम हो रहा स्पर्म काउंट
स्पर्म काउंट कम होने का मतलब है कि आप बच्चे पैदा नहीं कर पाएंगे. यानी आपके सीमेन में स्पर्म काउंट एक लेवल तक होना चाहिए, इससे नीचे होने पर आपको बच्चे पैदा करने में दिक्कतें होने लगेंगीं. जो रिसर्च सामने आई है, उसमें बताया गया है कि दुनियाभर में लोगों का स्पर्म काउंट लगातार कम हो रहा है. अब आप सोच रहे होंगे कि इसका मोबाइल फोन से क्या कनेक्शन हो सकता है?
जेब में मोबाइल रखना खतरनाक?
स्विटजरलैंड की एक यूनिवर्सिटी की रिसर्च में बताया गया है कि मोबाइल रेडिएशन भी स्पर्म काउंट कम होने की एक वजह हो सकता है. रिसर्चर्स ने स्टडी में पता लगाया कि मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने वालों का स्पर्म काउंट कम पाया गया. यही वजह है कि रिसर्चर्स को इस बात पर शक है कि मोबाइल फोन इसकी वजह हो सकता है. रिसर्च में कहा गया है कि पॉकेट में मोबाइल फोन रखना भी इसका एक कारण हो सकता है. हालांकि अब तक इसका पुख्ता सबूत नहीं मिल पाया है. इस पर आगे और रिसर्च की जरूरत है.
स्टडी में बताया गया है कि बैगपैक में फोन रखने वाले लोगों में ये समस्या कम हो सकती है. वहीं लगातार कई घंटों तक अपनी जेब में फोन रखने वालों को स्पर्म काउंट की समस्या ज्यादा हो सकती है. फिलहाल इस स्टडी ने एक नई बहस शुरू कर दी है, अब साइंटिस्ट इस बात का पुख्ता सबूत तलाशने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या वाकई मोबाइल फोन स्पर्म काउंट पर असर डाल रहा है...
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