नासा (NASA) की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) अपने साथी बुच विल्मोर के साथ लगभग दो महीने से अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं. धरती पर उनकी वापसी अब मुश्किल लग रही है. हाल ही में एक पूर्व अमेरिकी सैन्य अंतरिक्ष प्रणाली कमांडर, रूडी रिडोल्फी ने भी इसी तरह की आशंका जताई है.


उनका मानना है कि आने वाला समय सुनीता विलियम्स और उनके साथी के लिए बेहद अहम है, कुछ दिनों में अगर उनकी वापसी का रास्ता सुनिश्चित नहीं हुआ तो उनकी मौत भी हो सकती है. चलिए आज इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर स्पेस स्टेशन में अपना दिन कैसे काट रहे हैं और उनके खाने-पीने की व्यवस्था कैसे हो रही है.


स्पेस स्टेशन में खाने-पीने का जुगाड़


जब किसी एस्ट्रोनॉट को स्पेस स्टेशन में भेजा जाता है तो उसके साथ उसके खाने-पीने की चीजें भी भेजी जाती हैं. खाने-पीने की चीजों की क्वांटिटी इस बात पर निर्भर करती है कि एस्ट्रोनॉट स्पेस स्टेशन में कितने दिनों के लिए जा रहा है. दरअसल, एक एस्ट्रोनॉट के लिए एक दिन के खाने का वजन 1.7 किलोग्राम होता है.


यानी अगर किसी एस्ट्रोनॉट को 30 दिन स्पेस स्टेशन में बिताना है तो उसके लिए 51 किलो खाने का इंतजाम किया जाएगा. वहीं पीने के लिए पानी की बात करें तो स्पेस स्टेशन में इस तरह की मशीन लगी होती है कि वह एस्ट्रोनॉट के बाथरूम और पसीने को भी फिल्टर कर के पीने लायक पानी में बदल सकती है.


सुनीता विलियम्स कैसे गुजारा कर रही हैं


सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर 8 दिनों के लिए स्पेस स्टेशन में गए थे. ऐसे में उनके लिए लगभग 27 किलो खाने का इंतजाम किया गया था. लेकिन अब उनको 2 महीने होने को आए हैं, ऐसे में वहां उनके खाने पीने का जुगाड़ बड़ी मुश्किल से हो रहा है. हालांकि, किसी भी स्पेस शटल में और स्पेस स्टेशन में आपातकालीन स्थिति के लिए ढेर सारे खाने-पीने की चीजों का भंडार रहता है. यानी अगर सुनिता विलियम्स और उनके साथी कुछ और महीनों तक भी अंतरिक्ष में फंसे रहे तब भी उनके लिए खाने-पीने की कमी नहीं होगी.


लेकिन शायद ऐसी स्थिति ना बने, क्योंकि नासा और बोइंग दोनों एस्ट्रोनॉट्स को वापस पृथ्वी पर लाने के लिए स्टारलाइनर को मंजूरी देने का फैसला कर सकते हैं. लेकिन अगर नासा और बोइंग के अधिकारी स्टारलाइनर की वापसी के खिलाफ फैसला करते हैं तो सुनीता विलियम्स और उनके साथी को कम से कम 6 और महीनों के लिए स्पेस में वक्त गुजारना होगा.


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