19 अगस्त को रात 11 बजकर 56 मिनट पर सुपरमून लगेगा. खास बात यह है कि इसे भारत में भी देखा जा सकेगा. यह 2024 का पहला सुपरमून है, जिसके बाद सितंबर, अक्टूबर और नवंबर 2024 में भी सुपरमून नजर आएंगे. क्या आप जानते हैं कि आसमान में ऐसी तमाम चीजें हैं, जो सुपरमून से भी ज्यादा शानदार हैं. हम आपको ऐसी पांच चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें भूलकर भी मिस नहीं करना चाहिए और इनके सामने सुपरमून भी फीका पड़ जाता है.


कब नजर आता है सुपरमून?


मोनाश यूनिवर्सिटी के माइकल जेआई ब्राउन का मानना है कि सुपरमून रोमांचक लग सकता है, लेकिन यह एक मामूली संयोग का नतीजा होता है. उन्होंने बताया कि चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है. हमसे इसकी दूरी 357,000 से 407,000 किलोमीटर तक होती है. जब चंद्रमा और सूर्य पृथ्वी से लगभग विपरीत दिशा में होते हैं तो धरती पर पूर्णिमा होती है। 'सुपरमून' भी एक पूर्णिमा है, जहां चंद्रमा की कक्षा में इसकी स्थिति पृथ्वी के निकटतम दृष्टिकोण के 10 फीसदी के भीतर होती है. बस इसी वजह से सुपरमून नजर आने लगता है. सामान्य पूर्णिमा के चांद से सुपरमून करीब 14 फीसदी बढ़ा होता है. 


चांद देखने का सबसे अच्छा वक्त कब?


माइकल जेआई ब्राउन के मुताबिक, चंद्रमा को देखने का सबसे अच्छा वक्त वह है, जब इसकी छाया सबसे लंबी होती है। ये लंबी परछाइयां चांद के गड्ढों और पहाड़ों को आसपास के मैदानों से अलग दिखाने में मदद करती हैं. जब चंद्रमा रात के आकाश में आधे चंद्रमा के रूप में दिखाई देता है तो उसकी छाया सबसे लंबी होती है. वहीं, पूर्णिमा या सुपरमून के दौरान छाया सबसे छोटी होती है.


आसमान की ये चीजें कभी मिस मत करना


माइकल जेआई ब्राउन ने कहा कि आसमान में ऐसी तमाम चीजें होती हैं, जिनके सामने सुपरमून कहीं नहीं टिकता है. उन्होंने बताया कि मई 2024 के दौरान दुनिया भर में लाखों लोगों ने उज्ज्वल अरोरा देखा. इनमें वे पॉइंट्स भी शामिल हैं, जहां से अरोरा बेहद कम दूर नजर आया. इसके अलावा धूमकेतू को देखना भी अद्भुत हो सकता है. धूमकेतु आंतरिक सौर मंडल में घूमता है और चमकदार पूंछ बनाता है, जो लाखों किलोमीटर लंबी होती है और पृथ्वी से दिखाई देती है। इनके अलावा पूर्ण सूर्यग्रहण बेहद शानदार होता है. उस वक्त दिन कुछ देर के लिए रात में बदल जाता है. वहीं, चंद्रग्रहण का अनुभव भी किसी शानदार चीज से कम नहीं होता. साथ ही, जब चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा गहरे लाल रंग का हो जाता है तो वह नजारा एकदम अलग होता है.


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