सुप्रीम कोर्ट के जजों को इतनी मिलती है सैलरी, सुनकर उड़ सकते हैं आपके होश
Supreme Court Judges Salary: सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई और बाकी जजों को कुछ अलाउंस भी दिए जाते हैं, 2018 में जजों की सैलरी रिवाइज की गई थी, तब चीफ जस्टिस को 1 लाख रुपये की सैलरी मिलती थी.
Supreme Court Judges Salary: देश के तमाम बड़े मामलों में आपने सुप्रीम कोर्ट का जिक्र सुना होगा, सुप्रीम कोर्ट कई ऐतिहासिक फैसले सुनाता है, जो हमेशा एक नजीर की तरह पेश किए जाते हैं. सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस के अलावा कई जज होते हैं, जिनकी बेंच रोजाना कई अलग-अलग मामलों की सुनवाई करती है. इसी बीच लोगों के मन में सुप्रीम कोर्ट और इसके जजों को लेकर कई सवाल उठते हैं, जिनमें एक सवाल ये भी है कि भारत के चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के बाकी जजों की सैलरी कितनी होती है? आइए हम आपको बताते हैं...
सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति
सुप्रीम कोर्ट देश की सबसे बड़ी अदालत होती है, जहां तमाम बड़े और ऐतिहासिक फैसले सुनाए जाते हैं. सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को मिलाकर कुल 33 जज होते हैं. जिन्हें राष्ट्रपति की तरफ से नियुक्त किया जाता है. हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और जजों को कॉलेजियम प्रोसेस के तहत सुप्रीम कोर्ट में बतौर जज चुना जाता है.
कितनी मिलती है सैलरी
अब सुप्रीम कोर्ट के जजों की सैलरी की बात करें तो ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी ज्यादा है. पीएम को सभी भत्ते मिलाकर करीब दो लाख रुपये सैलरी मिलती है. जबकि सुप्रीम कोर्ट के एक जज की सैलरी ढ़ाई लाख रुपये महीने से ज्यादा होती है. हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को भी इतनी ही सैलरी मिलती है. वहीं बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की मौजूदा सैलरी दो लाख 80 हजार है.
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई और बाकी जजों को कुछ और तरह के अलाउंस भी दिए जाते हैं, जिसमें हॉस्पिटैलिटी अलाउंस भी शामिल है. साल 2018 के बाद से जजों की सैलरी में ये इजाफा किया गया, इससे पहले सीजेआई को एक लाख रुपये और बाकी जजों को 90 हजार रुपये की सैलरी मिलती थी. इसी तरह हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की सैलरी भी 90 हजार रुपये थी.
ये भी पढ़ें - पतियों के भी पत्नी की तरह होते हैं कानूनी अधिकार, सताने पर कर सकते हैं इस्तेमाल