इन देशों में जमकर फल फूल रहा है 'किराये की गोद' वाला बिजनेस, लाखों की कमाई कर रहे लोग
दुनियाभर में एक नया और अनोखा बिजनेस मॉडल चर्चाओं में बना हुआ है, जिसे ‘किराये की गोद’ कहा जाता है. चलिए जानते हैं कि आखिर ये क्या है और कितने देशों में चल रहा है.
आज के समय में अनोखे बिजनेस मॉडल्स के बीच एक और अनोखा बिजनेस मॉडल खासी चर्चाओं में है. जिसे ‘किराए की गोद’ (Rent a Womb) कहा जाता है. इसमें महिलाएं अपनी कोख किराए पर दे रही हैं, जिसके जरिये वो किसी दूसरे दंपत्ति के बच्चों को पैदा कर रही हैं. इसे सरोगेसी के नाम से जाना जाता है. इसके जरिये लोग लाखों रुपये की कमाई भी कर रहे हैं. कुछ देशों में ये बिजनेस खासा फलफूल भी रहा है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर किन देशों में इस तरह का बिजनेस करने की इजाजत है.
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क्या है ‘किराए की गोद’?
किराये की गोद (सरोगेसी) का मतलब है कि एक महिला अपनी कोख को किसी दूसरे व्यक्ति या दंपति के लिए किराये पर देती है इसे मेडिकल प्रोसेस के जरिये किया जाता है, जिसमें अंडाणु और शुक्राणु के कॉम्बिनेशन से भ्रूण तैयार किया जाता है, जिसे सरोगेट महिला की कोख में प्रत्यारोपित किया जाता है. इस प्रोसेस के जरिये उन दंपतियों की मदद की जाती है जो प्राकृतिक रूप से गर्भधारण में असमर्थ होते हैं, चाहे वह शारीरिक कारणों से हो या चिकित्सा समस्याओं के कारण.
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इन देशों में तेजी से आगे बढ़ रहा ‘किराए की गोद’ का बिजनेस
गौरतलब है कि भारत, यूक्रेन, और गुयाना जैसे देशों में यह बिजनेस तेजी से आगे बढ़ रहा है. इन देशों में सरोगेसी के लिए कानूनी और चिकित्सा ढांचा मजबूत है, जिससे यह एक अच्छा विकल्प बन चुका है. इस बिजनेस में भारत ने खास जगह बना ली है. हमारे देश में बड़ी संख्या में विदेशी संपत्ति सरोगेसी के लिए आते हैं. दिल्ली, मुंबई और चंड़ीगढ़ जैसे शहरों में खास क्लिनिक और हॉस्पिटल्स में महिलाओं को इस काम से जोड़ा गया है. यहां सरोगेट्स को 5 से 10 लाख रुपये तक के पैकेज दिए जाते हैं जो महिलाओं को खासा आकर्षित करता है.
विदेशों में भी फल रहा सरोगेसी का कारोबार
अब सरोगेसी एक बिजनेस का रूप ले चुका है. यूक्रेन में तो सरकार ने इसकी मंजूरी भी दी हुई है. हालांकि यहां सरोगेसी में ज्यादा खर्चा आता है. वहीं गुयाना जैसे देशों में भी सरोगेसी ने एक बिजनेस का रूप ले लिया है.
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