हमारे देश के कई इलाकें इन दिनों गर्मी की चपेट में हैं, जिससे लोगों का हाल बेहाल है, वहीं क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया के आखिरी कोने में कौनसी जगह स्थित होगी? और वहां मौसम का क्या होला होगा? दरअसल इस जगह को दुनिया का सबसे खतरनाक पर्यटन स्थल भी कहा जाता है. जहां जाना हर किसी के बस की बात भी नहीं है.
दुनिया के आखिरी कोने में है ये जगह
दरअसल हम दुनिया की सबसे ठंडी जगह अंटार्कटिका की बात कर रहे हैं. ये धरती पर मौजूद सात द्वीपों में से सबसे ठंडा द्वीप है. इस जगह का 98 फीसदी हिस्सा सालभर बर्फ से ढंका रहता है, जो दुनिया का आखिरी छोर भी है. ये धरती का सबसे खतरनाक पर्यटन स्थल भी माना जाता है, जहां जाना अपनी जान पर खेलने के समान ही है. यहां धरती पर 2 किमी मोटी बर्फ फैली रहती है. ऐसे में यदि यहां कोई व्यक्ति गया तो बर्फीली हवाओं के साथ कड़ाके की ठंड में खून भी जम जाता है.
6 महीने दिन तो 6 महीने रहती है रात
ये धरती का आखिरी छोर है, ऐसे में यहां का वातावरण और मौसम दूसरे क्षेत्रों के मुकाबले काफी अलग रहता है. यहां सिर्फ दो ही मौसम होते हैं, पहला सर्दी और दूसरा गर्मी. जी हां, यहां 6 महीने दिन तो वहीं 6 महीने रात रहती है. गर्मी के दिनों में यहां 6 महीने तक उजाला बना रहता है. तो वहीं ठंड के दिनों में यहां 6 महीने रात रहती है.
परमिट है जरुरी
यूं तो अंटार्कटिका जाने के लिए अनुमति की जरूरत नहीं पड़ती, लेकिन यहां जाने के लिए टूरिज्म ऑपरेटर के पास लीगल परमिट होना जरुरी है. अंटार्कटिका में पर्यटन संचालक हर साल परमिट आवेदन जमा करते हैं. यदि उनकी गतिविधियां सभी मानदंडों को पूरा करती हैं, तो उन्हें ऑथराइज्ड किया जाता है और परमिट दिया जाता है. ऑथराइज्ड ऑपरेटर के साथ यात्रा करने का मतलब है कि आपका परमिट आपके लिए सुरक्षित हो गया है. बता दें इस जगह पर किसी देश का राज नहीं है, ये एक स्वतंत्र जगह है, जहां अलग-अलग देशों के वैज्ञानिक अपनी रिसर्च के सिलसिले में यहां रहते हैं. यहां मौजूद विसंत पर्वतमाला सबसे ऊंची चोटी है.
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