अंग्रेज तो भारत को लूटकर इंग्लैंड ले गए सारा पैसा, मुगलों ने कहां किया था मनी ट्रांसफर?
अंग्रेजों के आने से पहले भारत लगभग 300 सालों तक मुगलों का गुलाम था. क्या आप जानते हैं कि भारत से धन लूटने के बाद मुगल धन लेकर कहां गए थे? अंग्रेजों ने तो ब्रिटेन भेजा था लूट का धन,मुगलों ने कहां भेजा?
अपना देश भारत मुगलों और अंग्रेजों दोनों का करीब 500 सालों तक गुलाम रहा है. गुलामी के समय अंग्रेज और मुगल दोनों ने भारत को आर्थिक, सामाजिक और आबादी के स्तर पर लूटा है और नुकसान पहुंचाया है. अंग्रेज भारत से लूटने वाला सारा धन अपने साथ लेकर इंग्लैंड गए थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुगल अपने साथ सारा धन लेकर कहां गए थे. आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे.
मुगलों और अंग्रेजों ने भारत पर किया शासन
अंग्रेजों से पहले भारत पर मुगलों का शासन था. मुगलों ने भारत में करीब 300 सालों तक राज किया था, इस दौरान मुगलों ने भारत को आर्थिक, धार्मिक समेत कई अन्य तरीकों से नुकसान पहुंचाया था. इसके बाद करीब 200 सालों तक अंग्रेजों ने भारत पर राज किया था. इस दौरान अंग्रेजों ने भी भारत को लूटा था और सारा धन, सोना-चांदी, कीमती मूर्तियों को ब्रिटेन भेजा था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुगलों ने भारत को लूटने के बाद सारा धन कहां भेजा था? आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे,
भारत में कब आए थे अंग्रेज?
अब सवाल ये है कि भारत में अंग्रेजों का आगमन कब हुआ था. इतिहासकारों के मुताबिक अंग्रेजों का भारत में 24 अगस्त 1608 को आगमन हुआ था. अंग्रेजों का भारत में आने का उद्देश्य भारत में व्यापार करना था. ऐसे में अंग्रेजों ने पहली बार जेम्स प्रथम के राजदूत सर थॉमस रो की अगुवाई में कारखाना खोला था. बता दें कि ये कारखाना सूरत में खोला गया था, इसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना दूसरा कारखाना मद्रास में खोला था.
मुगलों का राज
भारत में अंग्रेजों से पहले मुगलों का राज था. जानकारी के मुताबिक मुगलों ने भारत में लगभग 300 सालों तक राज किया था. भारत में मुगल साम्राज्य की स्थापना दिल्ली में बाबर ने 1526 ई. में की थी। वहीं इस वंश का अन्तिम शासक बहादुर शाह था.
मुगलों ने कहां भेजा सारा धन?
भारत जब मुगलों का गुलाम था, उस दौरान मुगल सम्राटों ने अपने आक्रमणों में धन, संपत्ति, और स्वामित्व की लालसा के कारण भारतीय समूहों और संस्थाओं को लूटा था. वहीं धार्मिक असहिष्णुता के कारण हिंदू और सिख मंदिरों और पाठशालों को नष्ट कर दिया था. बता दें कि अंग्रेजों से पहले ही इस्लामिक आक्रमणकारियों ने धन की निकासी भारत से शुरू कर दी थी. मुगलशासकों ने उस दौरान अपने अरब, फारसी, तुर्क और मध्य एशियाई घरानों के लिए बड़ी मात्रा में संपत्ति की लूट की थी. इतना ही नहीं मुस्लिम आक्रमणकारियों ने लाखों हिंदुओं को गुलाम बनाया था और मुस्लिम शासकों ने हिंदू दासों का निर्यात भी किया था.
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