मुंबई में पिछले साल 15 सितंबर को डबल डीजल से चलने वाली डबल डेकर बसों को बंद कर दिया गया. ये बसें मुंबई शहर की पहचान बन गई थीं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि डबल डेकर बसों को सबसे पहले किसने शुरू किया था और किस शहर में ये बसें सबसे पहले चलाई गई थीं. यदि नहीं तो चलिए जानते हैं.
सबसे पहले कहां चलाई गई थीं डबल डेकर बसें
बता दें साल 1937 में अंग्रेजी हुकूमत ने सबसे पहले डबल डेकर बसें चलाई थीं. तभी से ये बसें मुंबई की पहचान बन गईं और वहां के लोगों को आवागमन का अहम जरिया भी. इससे पहले ये बसें लंदन की पहचान हुआ करती थीं.
क्या है डबल डेकर बस की कहानी
डबल डेकर बसें एक समय इंग्लैंड की पहचान तो जरूर बन गईं लेकिन इनकी शुरुआत इंग्लैंड से नहीं हुई थी.. माना जाता है एक फ़्रांसीसी ने 1829 में पेरिस में इन बसों की शुरुआत की थी. इस बस को घोड़े से चलाया जाता था. इसके बाद लंदन में सन् 1829 में इसी तरह की बस की शुरुआत की गई. इन बसों में 22 यात्रियों के बैठनेे की जगह थी. निजी कंपनी द्वारा चलाई गई इन बसों को भी घोड़ों द्वारा खींचा जाता था.
विश्व युद्ध के बाद शुरू हुई पहली इंजन से चलने वाली डबल डेकर बस
इंजिन से चलनेवाली पहली डबल डेकर बस पहले विश्व युध्द के बाद यानी 1923 में आई थी. उस समय कम ऊंचाई वाली छोटी डबल डेकर बसें चलाई गई थीं जो लंदन की पतली और घुमावदार सड़कों के लिये उपयुक्त होती थीं. उनमें ज्यादा यात्री भी आराम से सफर कर पाते थे. वहीं सामान्य बसों के लिये लंदन की पतली और घुमावदार सड़कों पर चलना आसान नहीं होता था. इसके कुछ समय बाद कई और कंपनियों ने भी डबल डेकर बसें चलाना शुरु कर दिया था.
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