(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इस देश में क्राइम रेट है जीरो, जेलों में नहीं है एक भी अपराधी
भारत में हर दिन अखबार में एक नए क्राइम के बारे में पता चलता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां पर क्राइम रेट जीरो है और वहां की जेल बिल्कुल खाली पड़ी हुई हैं.
भारत में हर दिन क्राइम के नए मामले सामने आते हैं. कभी अदालत किसी को निर्दोष साबित करती है, तो कभी किसी को लंबी कैद की सजा सुनाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसा भी देश है, जहां के जेलों में कोई अपराधी नहीं है और जेल खाली पड़े हुए हैं. जी हां, आज हम आपको बताएंगे कि किस देश में एक भी अपराधी नहीं पाए जाते हैं. खाली पड़ी हैं जेल
बता दें कि यूरोपिय देशों में शामिल नीदरलैंड में क्राइम ग्राफ पिछले कुछ सालों में काफी ज्यादा गिर गया है. इस देश में ना के बराबर ही अपराध होते हैं, जिसकी वजह से यहां की जेलें पूरी तरीके खाली पड़ी हुई हैं. दरअसल जब अपराध नहीं होते हैं, तो जेलों में किसे रखा जाएगा. हालांकि इन जेलों में जेलर और बाकी सभी कर्मचारी रहते हैं. लेकिन अपराधी यहां पर ना के बराबर आते हैं.
जेलों को बनाया रेस्टोरेंट
नीदरलैंड में एक तरफ क्राइम रेट कम होने पर देश के लिए जहां खुशी की बात है. वहीं जेल प्रशासन के लिए ये चिंता की बात है कि जेल खाली हैं. हालांकि सरकार द्वारा जेलों के रख-रखाव और व्यवस्था पर पूरा खर्च हो रहा है, लेकिन उनका कोई इस्तेमाल नहीं होता है. इस बात को देखते हुए इस देश में कई जेलों को प्रशासन ने रेस्टोरेंट में तब्दील कर दिया है. जेलों के अंदर ही बड़े-बड़े रेस्टोरेंट खुल चुके हैं और जेल प्रशासन इन्हें चला रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक इसके अलावा यहां का प्रशासन जेलों को किराए पर देने की भी प्लानिंग कर रहा है. ये लोग विदेशों से अपराधी मंगवाकर जेलों में भरना चाहते हैं, जिससे खाली पड़ी जेलों से कुछ आमदनी हो सके. यूरोप में ही आसपास के कई देशों में क्राइम रेट काफी ज्यादा है. नीदरलैंड की जेलों को किराए पर लिया जाएगा, तो दोनों देशों की समस्याएं हल हो सकती है. इसी प्लानिंग के तहत सरकार ने नॉर्वे से कुछ साल पहले एक कॉन्ट्रेक्ट भी किया था और नार्वे से यहां अपराधियों को भेजा भी गया था.
इंटरनेट की सुविधा
इसके अलावा नीदलैंड की जेले काफी हाइटेक हैं. यहां बंद कैदियों के लिए जेलों के अंदर सारी सुविधाओं की व्यवस्था है. यहां तक कि कैदियों को रात में इंटरनेट भी प्रोवाइड किया जाता है, ताकि वो अपने बच्चों को सुलाने से पहले कहानियां सुना सके. बता दें कि नीदरलैंड की गिनती दुनिया के अमीर देशों में होती है. इनकी अर्थव्यवस्था दुनिया में 15वें नंबर पर आती है. यहां की सरकार नागरिकों को बेहतर सुविधा देने के लिए हर संभव काम करती है.
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