कस्बा, तहसील और शहर में क्या होता है फर्क, जानें इनके बीच का अंतर
अधिकांश लोग गांव और शहर के बीच अंतर जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कस्बा, शहर और तहसील में क्या अंतर है? आज हम आपको इन शब्दों का असल मतलब बताएंगे.
जब आप गांव और शहर के बारे में सोचते हैं, तो दोनों जगहों की एक इमेज दिमाग में बन जाती है. खासकर गांव की जब बात होती है, तो वहां पर मौजूद जानवर, सड़क, खेत की छवि मन में आती है. वहीं शहर की बात होने पर मन में बड़े घर, मॉल, बिल्डिंग की छवि दिमाग में आती है. लेकिन आज हम आपको इन सबसे अलग रोजाना उपयोग होने वाले शब्दों के बारे में बताएंगे. जैसे कस्बा, तहसील और शहर में क्या फर्क है?
क्या होता है गांव?
गांव अपने देश भारत का हर्ट है. क्योंकि आज भी भारत की अधिकतर आबादी गांवों में रहती है और गांव हमारी अर्थव्यवस्था के लिए भी काफी जरूरी है. बता दें कि कृषि प्रधान देश कहे जाने वाले भारत में 6 लाख 28 हजार के आस-पास गांव हैं. इसमें उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा गांव है. रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी में 1 लाख 7 हजार से ज्यादा गांव हैं और सबसे कम गांव गोवा में हैं. गोवा क्षेत्रफल के हिसाब से भी काफी छोटा प्रदेश है और यहां सिर्फ 411 गांव हैं. देश का सबसे बड़ा गांव उत्तरप्रदेश के गाजीपुर का गेहमर है और सबसे छोटा गांव अरुणाचल प्रदेश में है.
बता दें कि गांव को अंग्रेजी में Village कहा जाता है और ये एक फ्रेंच शब्द है. जानकारी के मुताबिक जहां की जनसंख्या 5000 से कम होती है और घनत्व 300 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर से कम होता है. उसे शासन की ओर से गांव चिह्नित किया जाता है.
कस्बा
अब अगला शब्द कस्बा यानी टाउन है. बता दें कि कस्बा एक तरह से वो क्षेत्र होते हैं, जहां व्यापार, ट्रांसपोर्ट के साधन गांव से ज्यादा होते हैं. वहीं गांवों से ज्यादा और शहरों से कम जनसंख्या, इंडस्ट्री आदि होती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक 2011 की जनगणना में सामने आया था कि देश में 7936 कस्बे हैं और जो शहर बनने की ओर हैं. कस्बा एक ऐसा क्षेत्र है, जिसका सामाजिक और आर्थिक स्तर गांव से ज्यादा और शहर से कम होता है, जो कस्बा कहा जाता है.
शहर
बता दें कि शहर जनसंख्या रोजगार, ट्रांसपोर्ट, व्यापार के मामले में गांव और कस्बों से काफी बड़ा होता है. यहां की जनसंख्या भी लाखों में होती है और जनसंख्या घनत्व भी काफी ज्यादा होता है. शहर एक ऐसा क्षेत्र होता है, जहां जनसंख्या 5000 से ज्यादा होती है और जनसंख्या घनत्व 300 प्रति व्यक्ति से ज्यादा वर्ग किलोमीटर है.
तहसील
बता दें कि नगरीय क्षेत्रों में दो लाख की आबादी पर एक तहसील होती है. तहसील पर मुख्य रूप से जिले के सभी प्रशासनिक कार्यालय होते हैं.
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