रेड लाइट एरिया का नाम तो आपने कभी ना कभी सुना ही होगा. अगर नहीं सुना है, तो बता दें कि जिस जगह वेश्यावृत्ति की जाती है. उस जगह को रेड लाइट एरिया कहां जाता है. वहीं समय के साथ वेश्यावृत्ति का व्यापार बहुत तेजी से बढ़ रहा है. भारत में वेश्यावृत्ति के कुल कारोबार की बात की जाए तो यह करीब 66 हजार करोड़ रुपये के आसपास है. आज हम आपको बताएंगे कि भारत के किस शहर में सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है. 


सबसे पुराना रेड लाइट एरिया


बता दें कि दुनिया के 5 पुराने रेड लाइट एरिया में भारत का कमाठीपुरा भी शामिल है. कमाठीपुरा मुंबई में है. 1795 में पुराने मुंबई के इस इलाके में निर्माण क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं ने देह व्यापार शुरू किया था. इसके बाद 1880 में यह क्षेत्र अंग्रेजों का अड्डा बन गया था. उसे समय यूरोपीय सेक्स वर्कर्स यहां वेश्यावृत्ति करती थी. आजादी के बाद यहां भारतीय महिलाओं की संख्या बढ़ती चली गई है. कमाठीपुरा आज भी देश के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में से एक है. इसके अलावा कोलकाता के सोनागाछी, दिल्ली के जीबी रोड, मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रेशम पुरा और उत्तर प्रदेश के मेरठ के कबाड़ी बाजार भी मशहूर है.


एशिया का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया


कोलकाता का सोनागाछी एशिया का सबसे बड़ा रेडलाइट एरिया माना जाता है. अनुमान के मुताबिक यहां कई बहुमंजिला इमारते हैं, जहां करीब 11 हजार वेश्याएं देह व्‍यापार में करती हैं. वहीं उत्तरी कोलकाता के शोभा बाजार के समीप स्थित चित्तरंजन एवेन्यू में स्थित इलाके में वेश्‍यावृत्ति से जुड़ी महिलाओं को बाकायदा लाइसेंस दिया गया है.


इसके अलावा पुणे का बुधवार पेठ स्‍थान भी देश के फेमस रेडलाइट ऐरिया में से एक है. यहां बड़ी संख्‍या में नेपाली लड़कियां देह व्‍यापार में संलिप्‍त हैं. यहां भी दूर-दूर से लोग आते हैं.


प्रयागराज पूरी दुनिया में तीर्थ स्थान के रूप में फेमस है. लेकिन यहां बाजार चौक में मीरगंज इलाके में स्थित इतिहास एक रेडलाइट एरिया है. यहां की पुरानी इमारतों से ढकी हुई बंद गलियों में आपको यहां का वेश्‍याबाजार दिखाई देगा. 


राजधानी दि‍ल्‍ली स्थित जीबी रोड का पूरा नाम गारस्टिन बास्टिन रोड है. यह राजधानी दिल्ली का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है, हालांकि इसका नाम सन 1965 में बदल कर स्वामी श्रद्धानंद मार्ग कर दिया गया था. इस इलाके का भी अपना इतिहास है. बताया जाता है कि यहां मुगलकाल में कुल पांच रेडलाइट एरिया यानी कोठा हुआ करते थे. 


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