अच्छा खाना किसको नहीं पसंद होता है. खाने के शौकीन लोग तो दुनिया एक कोने से दूसरे कोने तक सैकड़ों किलोमीटर दूर सिर्फ खाने के लिए चले जाते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि कई बार मनपसंद खाना मिलने पर पेट भरने के बाद भी मन क्यों नहीं भरता है. आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे.
फूड क्रेविंग
बता दें कि फ़ूड क्रेविंग एक ऐसी स्थिति है, जिसमें भोजन करने के बाद भी कुछ खाने की इच्छा होने लगती है. हालांकि यह एक आम समस्या है, जो किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है. वहीं आपने भी कभी ना कभी ऐसा महसूस जरूर किया होगा कि खाना खाने के दौरान आपका पेट तो भर जाता है पर मन नहीं भरता है. जिस कारण आप कई बार आप पेट भर जाने के बाद भी खाना खा लेते हैं.
मन क्यों नहीं भरता
अच्छा खाना अच्छी बात होती है. लेकिन मन और पेट से ज्यादा खाना कई बार नुकसानदायक साबित होता है. एक्सपर्ट के मुताबिक अगर फूड क्रेविंग को समय रहते कंट्रोल नहीं किया, तो उसके कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं. वहीं इसके दुष्प्रभावों में वजन बढ़ाना शामिल है.
कई लोग फूड क्रेविंग को भूख समझते हैं. लेकिन एक्सपर्ट के मुताबिक भूख और फूड क्रेविंग दोनों ही काफी अलग होती है. भूख लगने का मतलब यह होता है कि जब आपके शरीर को भोजन की जरूरत होती है, तब आपको भूख लगने जैसा महसूस होता है. लेकिन फूड क्रेविंग का मतलब ये होता है कि खाना खाने के बावजूद भी आपका बार-बार कुछ ना कुछ खाने का मन करता रहता है.
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क्यों लगता है ज्यादा भूख
जानकारी के मुताबिक जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो हमारा शरीर भूख बढ़ाने वाला हार्मोन का अधिक उत्पादन करता है. जिसके कारण हमें भूख लगने लगती है. इसके अलावा यदि हमारे शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी होती है, तो हमें उस पोषक तत्व से भरपूर खाद्य पदार्थों की क्रेविंग हो सकती है. लेकिन ये शरीर के लिए नुकसानदायक हैं.
फूड क्रेविंग कैसे होगी कम
एक्सपर्ट के मुताबिक दिन में तीन बार नियमित भोजन करने से आपके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है, जिसके कारण आपको बार-बार खाने की इच्छा नहीं होती है. वहीं स्वस्थ खाद्य पदार्थों से भरपूर भोजन करने से आपको पोषण मिलता है और आपको जंक फूड की क्रेविंग नहीं होती है.
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