Padmanabhaswamy Temple: पद्मनाभस्वामी मंदिर के खजाने को ऐसे किया गया है बंद, इन खास मंत्रों से ही खुल पाएगा
भारत में कई ऐसे मंदिर हैं, जिन मंदिरों में कई रहस्य छिपे हुए हैं. इन्हीं में से एक पद्मनाभस्वामी मंदिर भी है. माना जाता है कि इस मंदिर के आखिरी यानी सातवें दरवाजा के पीछे काफी खजाना मौजूद है.
भारत समेत बाकी देशों में मौजूद सभी मंदिरों का अपना एक इतिहास है. वहीं हर मंदिर अलग-अलग कारणों से प्रसिद्ध भी हैं. इन्हीं मंदिरों में एक पद्मनाभस्वामी मंदिर भी है. यह मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक माना जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि इस मंदिर में क्या रहस्य छिपा है, जिसके कारण हमेशा इस मंदिर की चर्चा होती है.
पद्मनाभस्वामी मंदिर की खासियत
केरल के त्रिवेंद्रम के पद्मनाभ स्वामी मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है कि यह भारत का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है. इस मंदिर के खजाने में हीरे, सोने के गहने और सोने से बनी मूर्तियां हैं. कहा जाता है कि इस मंदिर की 6 सेफ में 20 अरब डॉलर की संपत्ति है. वहीं इस मंदिर में स्थापित महाविष्णु की मूर्ति सोने से बनी है. इस मूर्ति की लगभग कीमत 500 करोड़ रुपये है. इसके अलावा भगवान के पास हजारों सोने की जंजीरें हैं. इनमें एक सोने की जंजीर 18 फुट की है. वहीं भगवान का पर्दा ही 36 किलोग्राम सोने का है. इस मंदिर को भारत का सबसे धनी मंदिर कहा जाता है.
मंदिर में 7 दरवाजा
इस मंदिर के गुप्त तहखाने में काफी धन मौजूद है. वहीं इस मंदिर में 7 गुप्त तहखाने हैं और हर तहखाने से जुड़ा हुआ एक दरवाजा है. गौरतलब है कि साल 2011 में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक के बाद एक छह तहखाने खोले गए थे. जिसमें बेशुमार खजाना छुपा था. यहां कुल मिलाकर 1 लाख करोड़ से ज्यादा कीमत के सोने-हीरे के आभूषण मिले थे, जो मंदिर ट्रस्ट के पास रखा गया था.
सातवां दरवाजा सबसे खास
मंदिर के 6 दरवाजे खुलने के बाद सातवें दरवाजे को खोलने को लेकर काफी विवाद हुआ है. जिसे देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उस दौरान इस मामले में दखल दिया और सातवें दरवाजे को खोलने पर रोक लगा दी थी. मंदिर का सातवां दरवाजा लकड़ी का बना हुआ है. वहीं इस दरवाजे पर नाग की भव्य आकृति खुदी हुई दिखती है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दरवाजा खोलने की कोशिश रोक दी थी. वहीं माना जाता है कि इस दरवाजे की रक्षा खुद भगवान विष्णु के अवतार नाग करते हैं, रहे हैं और इस दरवाजे को खोलने से कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है.
खास मंत्रों से खुलेगा दरवाजा
मंदिर से जुड़े पुजारियों का मानना है कि मंदिर के इस सातवें दरवाजे को कुछ खास मंत्रों के उच्चारण से बंद किया गया था. इसे अब तक कोई भी खोल नहीं पाया है. इस दरवाजे को खोलने के लिए खास मंत्रों का उच्चारण बिना गलती के साथ करना पड़ेगा. वहीं दरवाजे पर बनी सांपों की आकृति को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि इसे नाग पाशम जैसे किसी मंत्र से बांधा गया होगा. अब गरुड़ मंत्र के उच्चारण से इसे खोला जा सकता है. हालांकि ये मंत्र इतने मुश्किल हैं कि इनके उच्चारण या विधि में थोड़ी भी चूक जानलेवा साबित हो सकती है. ये भी एक कारण है कि इस आखिरी दरवाजे को खोला नहीं जाता है.
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