वो जनजाति जिसमें शादी से पहले 5 महीने तक गीली मिट्टी में लिपटी रहती हैं महिलाएं
पूरी दुनिया में शादी को लेकर अलग-अलग परंपराएं हैं, लेकिन क्या आप एक ऐसी जनजाती के बारे में जानते हैं जिसमें शादी के बाद 5 महीने तक लोग मिट्टी से लिपटे रहते हैं.
![वो जनजाति जिसमें शादी से पहले 5 महीने तक गीली मिट्टी में लिपटी रहती हैं महिलाएं The tribe in which women remain wrapped in wet mud for 5 months before marriage वो जनजाति जिसमें शादी से पहले 5 महीने तक गीली मिट्टी में लिपटी रहती हैं महिलाएं](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/05/14/ed9b7be2176240b0a0f6d019ce8282171715696421289742_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
दुनियाभर में शादी को लेकर कई तरह की परंपराएं हैं, जिनमें से कई तो ऐसी भी हैं जो हमें आश्चर्य में डाल देती हैं. खासकर जनजातियों में निभाई जाने वाली परंपराएं. आज हम आपको कुछ इसी तरह की शादी के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां शादी से पहले युवती को 5 महीने तक मिट्टी में रहना पड़ता है.
शादी के बाद क्यों 5 महीने तक मिट्टी में रहते हैं इस जनजाति के लोग?
दरअसल हम ‘हमार ट्राइब’ की बात कर रहे हैं, जिसमें महिला को शादी के पहले 5 महीने तक गीली मिट्टी में रखा जाता है. इस दौरान वो न ही किसी से मिल सकती है न ही वो बाहर जा सकती है. एक तरह से वो महिला 5 महीने तक आइसोलेट रहती है. इस समय में महिला के पूरे शरीर में विशेष लाल मिट्टी लिपटी होती है, जो उसके सिर से लेकर पूरे शरीर पर होती है. ये एक तरह की खास लाल मिट्टी होती है, जिसे हमार जनजाति बेहद विशेष मानती है.
शादी के लिए लड़कों को पार करनी पड़ती है ये चुनौती
हालांकि हमार ट्राइब में सिर्फ महिलाओं को ही शादी के लिए चुनौती पार नहीं करनी होती, बल्कि पुरुषों के लिए भी एक कड़ी चुनौती होती है. दरअसल इस जनजाति में जो पुरुष महिला से शादी करना चाहता है उसे बुल जंप से होकर गुजरना पड़ता है. जिसमें शादी की चाह रखने वाले पुरुष को 3 या 4 गायों के उपर से कूदना पड़ता है. खास बात ये है कि इससे पहले वो पुरुष महिला को मारता है और फिर बुल जंप की परंपरा से गुजरता है.
साथ ही इस जनजाति में शादी की चाह रखने वाले पुरुष को कुछ गाय और बकरी महिला के परिजनों को देनी होती है. इस जनजाति में एक पुरुष 3 से 4 शादियां भी कर सकता है. हालांकि शर्त ये होती है कि हर शादी करने से पहले उसे उस महिला के परिजनों को गाय और बकरी देनी होगी. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि इस जनजाति में जो पुरुष जितना पैसे वाला होगा वो उतनी शादियां कर सकता है.
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