दुनिया जहां चांद तक पहुंच गई है वहीं कुछ देशों में गरीबी इतनी चरम पर है कि वहां के लोगों को एक वक्त का खाना भी अच्छे से नसीब नहीं हो पा रहा है. हैरानी के बात ये हेै कि इन देशों में सोने और तेल की खान होने के बाद भी यहां की बड़ी आबादी अति गरीबी से जूझ रही है. तो चलिए ऐसे ही देशों के बारे में जानते हैं.


सोने और तेल की खान होनेे के बाद भी गरीबी से जूझ रहे देश
दक्षिण सूडान-
दुनिया में कुछ देश ऐसे हैं जहां गरीबी चरम पर है. इन देेशों में तो कई लोग मिट्टी खाकर गुजारा कर रहे हैं. जिनमें पहला नाम दक्षिण सूडान का आता है. इस देश में तेल का समृद्ध भंडार है, फिर भी इस देश की अर्थव्यवस्था नहीं सुधर पाई है. यहां एक करोड़ से ज्यादा आबादी अति गरीबी की श्रेणी में आती है.


मध्य अफ्रीकी गणराज्य- इस देश में सोना, यूरेनियम, हीरे और तेल के भंडार हैं. इसके बावजूद 55 लाख जनसंख्या वाले इस देश में लोग गरीबी में जीवन यापन कर रहे हैं. जिसके चलते इस देश को दुनिया का तीसरा सबसे गरीब देश माना जाता है.


सोमालिया- इस देश में सैना का अत्याचार, अस्थिरता और समुद्री डाकुओं केे आतंक से आमजन परेशान है. कुल 1 करोड़ 26 लाख की जनसंख्या वाले इस देश को 1960 में आजादी मिली थी. जहां देश में फेल्डस्पार , जिप्सम , लौह अयस्क , तांबा, सोना, काओलिन , चूना पत्थर , प्राकृतिक गैस , क्वार्ट्ज , सिलिका रेत , टैंटलम , टिन और यूरेनियम के भंडार हैं. फिर भी ये देश गरीबी से कभी नहीं उबर पाया और दुनिया का चौथा गरीब देश बना हुआ है.


कांगो- कांगो दुनिया का पांचवा सबसे गरीब देश माना जाता है. इस देश की आबादी दिनभर में 166 रुपए खर्च करनेे में भी असमर्थ है. खनिज संपन्न इस देश को तानाशाही, राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा ने बर्बाद करके रखा है. 


बुरुंडी- इसकेे अलावा बुरुंडी दुनिया का दूसरा सबसे  गरीब देश माना जाता है. इस देश में गरीबी चरम पर है और लोगों को खाने-पीने संबंधी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है.


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