दुनिया का सबसे जहरीला पेड़, बारिश में अगर कोई इसके नीचे खड़ा हो जाए तो शरीर पर पड़ जाएंगे छाले!
Acidic Tree: अगर कभी बारिश से बचने के लिए आप इस पेड़ के नीचे खडे़ हो जाते हैं और इसके पत्तों पर पड़ने वाली बूंदे आपके शरीर पर गिर जाएं तो उस जगह से आपकी स्किन जल जाएगी.
Poisonous Tree: पेड़-पौधों का प्रकृति में बहुत महत्व है. इनसे हमें प्राणवायु ऑक्सीजन भी प्राप्त होती है. इसके अलावा इनसे हमें सब्जी, फल, फूल, लकड़ी और बहुत से जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं. पेड़ों से हमें ज्यादातर फायदे ही मिलते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि सभी पेड़-पौधे फायदेमंद ही है. कुछ पेड़ पौधे खतरनाक भी होते हैं. पेड़ों से मिलने वाले फायदों के साथ-साथ इनसे होने वाले नुकसानों की भी कमी नहीं है. आज हम आपको एक ऐसे ही अजीबो-गरीब पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बेहद जहरीला होता है. ये पेड़ इतना खतरनाक होता है कि बारिश में इस पेड़ के नीचे खड़े होने से भी नुकसान पहुंचता है. आइए जानते हैं इसके बारे में...
पूरा पेड़ होता है जहरीला
हम जिस पेड़ की बात कर रहे हैं, उसका नाम है मैंशीनील. वैसे तो इस पेड़ का हर हिस्सा जहरीला होता है, लेकिन इसके फल को सबसे ज्यादा जहरीला माना जाता है. अगर कोई इसके छोटे से सेब जैसे आकार वाले फल को केवल टेस्ट भी कर लें तो उसकी मौत हो सकती है. इसीलिए इसके फल को 'मौत का छोटा सेब' भी कहा जाता है. ये पेड़ फ्लोरिडा और कैरेबियन समुद्र के तटों पर मिलते हैं. कहा जाता है कि अगर कोई इंसान इसके संपर्क में आ जाए तो उसके शरीर पर छाले पड़ जाते हैं.
अगर कभी बारिश से बचने के लिए आप इस पेड़ के नीचे खडे़ हो जाते हैं और इसके पत्तों पर पड़ने वाली बूंदे आपके शरीर पर गिर जाएं तो उस जगह से आपकी स्किन जल जाएगी.
आंखो की रोशनी भी जा सकती है
अगर इस पेड़ का कोई हिस्सा किसी की आंखों तक पहुंच जाए तो वह अंधा भी हो सकता है. इसी वजह से लोगों के इस पेड़ के संपर्क में आने और इसके फलों को खाने से रोकने के लिए पेड़ों के आसपास इनसे दूर रहने की चेतावनी वाले बोर्ड लगाए गए हैं.
तुरंत होता है असर
एक वैज्ञानिक निकोला एच स्ट्रिकलैंड बताते हैं कि एक बार वह और उनके दोस्त टोबैगो के कैरेबियन आइलैंड बीच गए थे और वहां उन्होंने इस पेड़ के फल को खा लिया था. फल खाने के कुछ देर बाद ही उनके शरीर में जलन होने लगी और सूजन आ गई. हालांकि, समय रहते इलाज मिलने से उनकी जान बच सकी और हालत में सुधार हो गया.
फर्नीचर बनाने से पहले धूप में सुखाया जाता है
स्थानीय कारपेंटर इसकी लकड़ियों का इस्तेमाल फर्नीचर बनाने में करते हैं. हालांकि, इसे काटते वक्त बहुत सावधानी बरती जाती है. काटने के बाद इसकी लकड़ी को इस्तेमाल करने से पहले काफी वक्त तक धूप में सुखाया जाता है, जिससे इसका जहरीलापन खत्म हो जाए. उसके बाद ही इससे फर्नीचर बनाया जाता है.
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