सबसे पहलेे कोयला और भाप इंजन से ट्रेनों को चलाना शुरू किया गया था, जिसमें एक-जगह से दूसरी जगह पहुंचने में इन ट्रेनों को काफी समय लग जाता था. इसके बाद कमर्शियल ट्रेनों की शुरुआत हुई. इससे लोगों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचनेे में सहुलियत होनेे लगी. अब रेल अमूमन कई देशों में आम जीवन का हिस्सा बन चुकी हैं. जो रोजमर्रा लोगों को एक जगह से दूसरी जगह तो ले ही जाती है साथ ही व्यापार की दृष्टि से भी ये महत्वपूर्ण है.


भारत में रोजाना 11 हजार ट्रेनें चलती हैं. वहीं दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क की बात करें तो वो अमेरिका का है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में अब भी कई देश ऐसे हैं जहां न ही रेल नेटवर्क है और न ही ट्रेने चलती हैं. तो चलिए जानते हैं कौनसे हैं वो देश.


इन देशों में नहीं है रेल नेटवर्क
जिन देशों में रेल नेटवर्क नहीं हैै वो अधिकांश देश छोटे और द्वीप देश हैं. जैसे भारत के पड़ोसी देश भूटान में ही रेल नेटवर्क नहीं है. हालांकि अब वहां भारत रेल लाइन बना रहा है जिसका काम 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है.


इसके अलावा अंडोरा, भूटान, साइप्रस, ईस्ट तिमूर, गिनी-बिसाऊ, आइसलैंड, कुवैत, लीबिया, मकाऊ, माल्टा, मार्शल आइलैंड्स, मॉरीशस, माइक्रोनेशिया, नाइजर, ओमान, पापुआ न्यू गिनी, कतर, रवांडा, सैन मैरिनो, सोलोमन आइलैंड्स, सोमालिया, सूरीनाम, टोंगा, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, तुवालू, वनुआतू और यमन में अबतक कोई रेल नेटवर्क नहीं है. 


दुनिया के सबसे अमीर देशों में भी रेल नेटवर्क नहीं
इस लिस्ट में दुनिया के सबसे अमीर देश कतर, कुवैत और ओमान का भी नाम शामिल है जहां कोई रेल नेटवर्क नहीं है. वहां सड़कों पर चल रहे परिवहन सेे ही काम चल रहा है इसलिए कभी कोई रेल नेटवर्क नहीं बनाया गया. हालांकि कतर में 2022 में फुटबॉल वर्ल्डकप के चलते मेट्रो नेटवर्क बनाया गया था.                            


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