आज भारत में आप कोई भी कार या बाइक खरीदने किसी भी शोरूम में चले जाएं तो आपको तुरंत डिलीवरी नहीं मिलती. इसके लिए आपको महीनों का लंबा इंतजार करना पड़ता है. जो कार ज्यादा डिमांड में होती है उनके लिए तो लोग 1 साल तक का इंतजार करते हैं. लेकिन ज्यादातर यह कार या बाइक सस्ते होते हैं, जिनकी डिमांड बहुत ज्यादा होती है. लेकिन अगर आप कोई बहुत महंगी गाड़ी खरीदने जाएं तो उसकी डिलीवरी या तो आपको तुरंत मिल जाएगी या फिर कुछ दिनों में गाड़ी आपके पास होगी. हालांकि, अगर हम आपसे कहें कि भारत अब एक ऐसा देश बन गया है जहां हवाई जहाज खरीदने के लिए भी आपको लाइन में लगना होगा और लंबा इंतजार करना होगा तो आप क्या कहेंगे.


कितने साल करना पड़ता है इंतजार


दरअसल, कुछ दिनों पहले यह खबर आई कि अपने एयरलाइन बिजनेस को बढ़ाने के लिए एयर इंडिया ने 400 से ज्यादा प्लेन का आर्डर दिया है. इसके बाद निजी एयरलाइन कंपनियों ने भी अपने बिजनेस को और ज्यादा फैलाने के लिए नए प्लेन का आर्डर देना शुरू कर दिया. इसमें पहले नंबर पर रही देश की नई एयरलाइन कंपनी इंडिगो, जिसने नए विमान के ऑर्डर दिए. लेकिन सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात तो यह रही कि इंडिगो ने आज जो आर्डर दिया है उसकी डिलीवरी उसे 6 साल बाद मिलेगी. यानी इंडिगो को नए विमान साल 2029 में मिलेंगे.


इतनी देर क्यों हो रही है


दरअसल, विमान निर्माण कंपनियों का कहना है कि उनके पास इस वक्त प्लेन के कई ऑर्डर पहले से मौजूद हैं. यह आर्डर दुनियाभर से आ रहे हैं, इस वजह से अब अगर कोई प्लेन का ऑर्डर देता है तो उसे डिलीवरी मिलने में समय लगेगा. इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि कोविड के दौरान विमान बनाने वाली कंपनियों का काम बिल्कुल ठप पड़ा था. सप्लाई चैन भी बंद थी जिसकी वजह से विमान बनाने के लिए जरूरी सामान चाहिए. वह विमान निर्माता कंपनियों के पास पहले से मौजूद नहीं थे. ऐसे में आप जब इन विमान निर्माता कंपनियों को लगातार आर्डर मिल रहे हैं तो वह चाह कर भी समय पर इसकी डिलीवरी नहीं कर पा रही हैं.


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