धरती पर इतने लाख साल पहले भी था इंसान, इस निशान ने बता दी पहचान
धरती पर इंसानों के आने को लेकर अलग-अलग दावे किए जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि असल में धरती पर इंसान कितने लाख साल पहले आया था और इसके क्या सबूत मिले थे. आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे.
धरती पर कितने साल पहले से इंसान मौजूद है, इसको लेकर कोई सही जवाब नही मिल पाता है. हालांकि अनुमान लगाया जाता है कि धरती के साथ इंसान का नाता हजारों साल पुराना है. लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि धरती पर असल में इतने लाख साल पहले इंसान आया था. इसको लेकर रिसर्च भी हुई है.
धरती पर इंसान
धरती और इंसान का नाता हजारों साल पुराना माना जाता है. हालांकि धरती पर इंसान को लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं मिलती है. लेकिन अलग-अलग रिसर्च में दावा किया गया है कि धरती और इंसानों का नाता हजारों साल पुराना है. इसको लेकर कई रिसर्च पेपर पब्लिश भी हुए हैं कुछ रिसर्च के दौरान ऐसे तथ्य मिले हैं, जिसके आधार पर दावा किया जाता है कि इंसान धरती पर लाखों साल पहले मौजूद थे. आज हम आपको उस रिसर्च के बारे में बताएंगे, जिसमें धरती पर इंसानों के आने को लेकर दावा किया गया है.
रिसर्च में आया सामने
धरती और इंसान के नाते को लेकर हर कोई अनुमान ही लगाता है. लेकिन चंडीगढ़ के नजदीक मसौल गांव में कुथ सुबूत मिल हैं, जिनसे साबित हो चुका है कि 2.6 मिलियन यानी 26 लाख साल पहले भी इंसान धरती पर थे। बता दें कि ये रिसर्च फ्रांस के जर्नल में पब्लिश हो चुकी है। रिसर्च के दौरान सालों पहले फ्रांस की नेशनल म्यूजियम ऑफ नैचुरल हिस्ट्री और इंडिया की सोसायटी फॉर आर्कियोलोजिकल एंड एंथ्रोपोलॉजिकल रिसर्च की टीम ने मसौल गांव में दोबारा खुदाई शुरू की थी. जानकारी के मुताबिक इस बाद खुदाई में उन्हें और भी कई सुबूत मिले हैं, जिनसे ये अनुमान लगाया जा सकता है कि इंसान की धरती पर मौजूदगी 26 लाख नहीं बल्कि 27 लाख साल से भी ज्यादा पुरानी हो सकती है.
खुदाई में मिली दुर्लभ चीजें
बता दें कि भारत और फ्रांस की टीम जब इसको लेकर खुदाई कर रही थी कि तो इस दौरान कई दुर्लभ प्रजाति के जानवरों के फॉसिल्स मिले थे. उस दौरान कुछ जानवरों की हड्डियां भी मिली थी, जिन पर कट्ट के निशान थे. टेस्टिंग के बाद पता चला कि ये कट्ट के निशान इंसान द्वारा बनाए गए थे. खुदाई में हाथी की एक दुर्लभ प्रजाति स्टेगोडॉन के भी फॉसिल्स मिले थे, जिनका ताल्लुक मैमथ प्रजाति से भी है. इस प्रजाति के हाथियों के दांत के टुकड़े, जबड़ा, घुटना और लिंब मिले थे. इसके अलावा कछुए की दुर्लभ प्रजाति के भी फॉसिल्स मिले थे.
इतने सालों से धरती पर इंसान
म्यूजॉलिस्ट और नैचुरल हिस्ट्री एक्सपर्ट डॉ.पीसीशर्मा ने बताया कि इंडो-फ्रेंच टीम की ये खोज पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बन गई है. उन्होंने कहा कि अब तक इथोपिया और चीन में इंसानी गतिविधियों के सबसे पुराने सुबूत मिले थे, लेकिन इनकी खोज में जो फॉसिल्स मिले हैं, वे उनसे भी कई हजार साल पुराने हैं. इस रिसर्च से अनुमान लगाया जा सकता है कि इंसान की मौजूदगी 2.6 मिलियन साल से भी ज्यादा पहले की हो सकती है.
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