दुनिया के इस शहर में न आएगी बाढ़ और न ही कभी पड़ेगा सूखा, जानें किस तकनीक का हो रहा इस्तेमाल?
Nusantara: इंडोनेशिया की सरकार ने देश के लिए नई राजधानी बसाने का ऐलान किया है. जिसमें ना बाढ़ आएगी और ना ही कभी सूखा पड़ेगा.क्या है इस शहर का नाम. किस तकनीक से बयासा जा रहा है यह शहर चलिए जानते हैं.
Nusantara: ग्लोबल वार्मिंग एक बेहद गंभीर विषय है. दुनिया के कई देश इससे निपटने के लिए अलग-अलग तरह की योजनाओं में लगे हैं. अलग-अलग तरह के इंतजाम कर रहे हैं. कुछ देश ऐसे भी हैं जो ग्लोबल वार्मिंग से काफी प्रभावित हो रहे हैं. उन्हीं में एक देश इंडोनेशिया. इंडोनेशिया आबादी के लिहाज से दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है. इंडोनेशिया की कुल आबादी 40 करोड़ से भी ज्यादा है.
इंडोनेशिया पर ग्लोबल वार्मिंग का काफी असर है. देश की राजधानी जकार्ता दुनिया का सबसे तेजी से डूबता हुआ शहर है. जकार्ता हर साल 25 सेंटीमीटर की तेजी से डूब रहा है. इसी को देखते हुए इंडोनेशिया की सरकार ने देश के लिए नई राजधानी बसाने का ऐलान किया है. जिसमें ना बाढ़ आएगी और ना ही कभी सूखा पड़ेगा.क्या है इस शहर का नाम. किस तकनीक से बयासा जा रहा है यह शहर चलिए जानते हैं.
इंडोनेशिया की नई राजधानी नुंसतारा
ग्लोबल वार्मिंग के चलते डूबती हुई राजधानी जकार्ता को देखते हुए इंडोनेशिया ने अब नया शहर बसाने की प्लानिंग में है. इस शहर को इंडोनेशिया अपनी राजधानी भी घोषित कर चुका है. इस शहर का नाम है नुंसतारा. इसे बोर्नियो द्वीप पर बसाया जाएगा. यह एक सस्टेनेबल फॉरेस्ट सिटी होगी. इस वातावरण को ध्यान में रखते हुए बसाया जाएगा. शहर के निर्माण का आखिरी चरण साल 2045 तक पूरा होने की उम्मीद है. तो वहीं अनुमान यह है कि साल 2050 तक इंडोनेशिया की पूर्व राजधानी जकार्ता समुद्र में समा जाएगी.
हर तरह की प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित
इंडोनेशिया की नई राजधानी के बारे में बात की जाए तो इस नई तकनीक के साथ बसाया जा रहा है. साल 2019 में इंडोनेशियन सरकार ने इस नए शहर के लिए डिजाइन कॉन्टेक्स्ट रखा था. जिसमें विजेता डिजाइन थी नागारा रिम्बा नुसा जिसे अर्बन प्लस नाम की टीम ने बनाया था. इसी के आधार पर इंडोनेशिया की नई राजधानी नुंसतारा को बसाया जा रहा है.
जिस तरह जकार्ता ग्लोबल वार्मिंग का शिकार हो रहा है. उसको देखते हुए इंडोनेशिया ने इस नए शहर को इस तकनीक से विकसित करने का प्लान बनाया है जिससे ना इसमें कभी सूखा पड़ेगा और ना ही इसमें कभी बाढ़ आएगी. यह शहर इस तरह बनाया जा रहा है कि भविष्य में आने वाली किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा इसे प्रभावित नहीं कर पाएगी.
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