भारतीय रेसलर विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफाई होने के कारण भारत समेत दुनियाभर के कई देशों के खिलाड़ी भी दुखी हैं. लेकिन अब भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती छोड़ने का फैसला कर लिया है. गौरतलब है कि पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से फाइनल में पहुंचने के बाद भी विनेश को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ओलंपिक के इतिहास में अभी तक किस-किस को डिस्कवालिफाई किया गया है. 


ओलंपिक 2024


ओलंपकि 2024 खेलों का आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में किया गया है. इस बार ओलंपिक में भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को ओवरवेट के कारण डिस्क्वालीफाई कर दिया गया है. बता दें कि बीते बुधवार को Champ-de-Mars Arena में उनका मुकाबला अमेरिकी पहलवान से होना था. लेकिन विनेश 50 किलो वर्ग के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था. सारा हिल्डब्रांट से भिड़ने से पहले उनका वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम अधिक मिला था. जिसकी वजह से विनेश को बाहर किया गया है. वो ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान बनी थी.


ये खिलाड़ी हो चुके हैं बाहर


बता दें कि क्यूबा के ताइक्वांडो खिलाड़ी एंजेल माटोस पर 2008 बीजिंग ओलंपिक में आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था. एक मैच के दौरान उन्होंने एक रेफरी को चेहरे पर लात मार दी थी. जानकारी के मुताबिक माटोस ने जान-बूझकर ऐसा किया था, जिसके बाद उनको नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया और खेल से बाहर कर दिया गया था.


इसके अलावा 2004 में ईरानी जूडो फाइटर वजन दो किलोग्राम अधिक मिला था. जिसके कारण अरश मिरेस्माली को इजराइली खिलाड़ी के साथ भिड़ने से पहले ही अयोग्य ठहराया गया था. इस खिलाड़ी ने इजराइली आईओसी की मान्यता का विरोध भी किया था. क्योंकि ईरान इजराइल को मान्यता नहीं देता है. इसलिए ईरान ने इस खिलाड़ी की प्रशंसा की थी. तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी ने कहा था कि अरश को ईरान की हिस्ट्री में दर्ज किया जाएगा.


1984 ओलंपिक में लॉस एंजिल्स में अमेरिकी मुक्केबाज इवेंडर होलीफिल्ड को गोल्ड मुकाबले से बाहर किया गया था. खिलाड़ी के ऊपर आरोप था कि उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाड़ी को बिना वजह मुक्का मारा था, जिसके बाद गोल्ड से चूके होलीफिल्ड को केवल कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था.


इतना ही नहीं 1998 ओलंपिक में बीसी स्नोबोर्डर रॉस रेबाग्लियाती को गोल्ड मुकाबले से बाहर किया गया था. जापान के नागानो में आयोजित ओलंपिक में रॉस का मारिजुआना परीक्षण (गांजा, भांग का सेवन) सकारात्मक मिला था. हालांकि इस फैसले के खिलाफ उन्होंने अपील की थी. उन्होंने कहा था कि एक पार्टी के दौरान वे धुएं के संपर्क में आए थे. जिसके काफी दिन बाद उनको राहत मिली थी.


एक मामला तो मेडल छिनने का भी था. 1988 ओलंपिक में कनाडाई स्प्रिंटर बेन जॉनसन का जीत के बाद मेडल छीन लिया गया था. जॉनसन ने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी कार्ल लुईस को 100 मीटर मुकाबले में शिकस्त दी थी. लेकिन दौड़ के बाद उनका स्टेरॉयड टेस्ट (यौन क्षमता बढ़ाने वाली दवा) पॉजिटिव मिला था. जिसके बाद ओलंपिक टीम ने उनसे मेडल वापस ले लिया था. 


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