रोज इस्तेमाल होने वाली ये चीजें असल में होती हैं नॉनवेज, काफी कम वेजिटेरियन जानते हैं ये बात
कई चीजें बाजार में बिकती हैं जो होती तो वेज हैं, लेकिन उन्हें बनाने में जिन चीजों का इस्तेमाल होता है वह नॉनवेज होती हैं. यही वजह है कि कंपनियां इन चीजों को कभी भी प्योर वेज कह कर नहीं बेचतीं
दुनिया में करोड़ों ऐसे लोग हैं जो नॉनवेज नहीं खाते. अगर किसी चीज में नॉनवेज मिला हो तो वह उसे हाथ भी नहीं लगाते. लेकिन क्या हो अगर हम कहें कि इसी दुनिया में कई ऐसी चीजें हैं, जो बाजार में बिकती तो वेज बन कर हैं, लेकिन असलियत में उनमें जो चीजें मिली होती हैं वो नॉनवेज होती हैं. चलिए आज आपको ऐसी ही चीजों के बारे में विस्तार से बताते हैं.
पहले नंबर पर वेजिटेबल सूप
सर्दी का मौसम शुरू हो गया है. ऐसे में वेजिटेबल सूप पीने वालों की संख्या बढ़ जाएगी. लोग ठेलों पर रेस्टोरेंट्स में बैठ कर बड़े मजे से वेजिटेबल सूप का आनंद लेंगे. लेकिन, जो लोग वेजिटेरियन हैं और नॉनवेज छूना भी पसंद नहीं करते, अगर हम उनसे कहें कि वेजिटेबल सूप में ऐसी चीज मिली होती है जो नॉनवेज है तो आपको कैसा लगेगा.
दरअसल, वेजिटेबल सूप को गाढ़ा करने के लिए चिकन ब्रोथ का इस्तेमाल किया जाता है. इससे वेजिटेबल सूप का स्वाद भी बढ़ जाता है और सूप थिक भी हो जाता है. अब जब भी आप कहीं वेजिटेबल सूप पीने जाएं तो दुकानदार से ये जरूर कंफर्म कर लें कि आपका वेजिटेबल सूप पूरी तरह से वेज है या नहीं.
मार्शमैलो खाते हैं तो सावधान हो जाएं
कई लोगों को मार्शमैलो खाने का शौक होता है. अगर आप भी मार्शमैलो खाने के शौकीन हैं और साथ में वेजिटेरियन हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है. दरअसल, मार्शमैलो को बनाने में एयरेटर नाम की एक चीज का इस्तेमाल होता है जो बेसिकली जिलेटिन होता है. आपको बता दें, जिलेटिन को जानवरों से प्राप्त किया जाता है. इसलिए भविष्य में कभी आप मार्शमैलो खाएं तो उसके पीछे ये जरूर पढ़ लें कि इसमें एयरेटर मिला है या नहीं.
इसी तरह से जेली वाली टॉफी बनाने के लिए भी इसी का इस्तेमाल किया जाता है. जेली को बनाने के लिए एनिमल फैट से बने जिलेटिन का इस्तेमाल होता है. ज्यादातर जेली में इसी का इस्तेमाल होता है. हालांकि, कुछ जेली पूरी तरह से वेज आइटम्स से बनता है. इसलिए अगर आप भविष्य में जेली खाएं तो ये कंफर्म जरूर कर लें कि इसमें नॉनवेज वाला जिलेटिन मिला है या नहीं.
इसके अलावा कई और चीजें भी बाजार में बिकती हैं जो होती तो वेज हैं, लेकिन उन्हें बनाने में जिन चीजों का इस्तेमाल होता है वह नॉनवेज होती हैं. यही वजह है कि कंपनियां इन चीजों को कभी भी प्योर वेज कह कर नहीं बेचतीं. ये सब चीजें सिर्फ आपको वेज लगती हैं. इसलिए भविष्य में बाहर का कुछ भी खाने से पहले ये जांच जरूर कर लें कि आप जो खा रहे हैं वो प्योर वेज है या नहीं.
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