अकबर मांस से परहेज करते थे. उन्हें शाकाहारी व्यंजन ही ज्यादा भाते थे. हालांकि अपना राज्य संभालने के लिए शरीर को ताकतवर बनाने के लिए वो मांस भी खाया करते थे. इसके लिए उन्होंने अलग-अलग दिन तय करके रखे थे. उन्हीं के नक्शेकदम पर जहांगीर भी चलते थे.
उन्हें भी मांसाहारी व्यंजनों से ज्यादा लगाव नहीं था. अकबर को फल काफी पसंद थे, यही वजह है कि उन्होंने फलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों पर लगाए जाने वाले राजस्व कर भी माफ थे. इसी तरह औरंगजेेब को भी शुरुआत में तो गोश्त से बना खाना बहुत पसंद था, लेकिन बाद में उन्हें शाकाहारी खाना पसंद आने लगा था. उनके लिए कुछ खास तरह की डिश भी बनाई गई जाती थीं.
खाने के शैकीन थे औरंगजेब
औरंगजेब खाने के बहुत शौकीन राजा हुआ करते थे. उन्हें गोश्त से बना खाना पसंद था. हालांकि जब वो राजकुमार से राजा बने और जंग में उलझे तो उन्हें मांस से परहेज की आदत बन गई. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ताजा फल औरंगजेब की कमजोरी हुआ करते थे. उन्हें आम खाने का बड़ा शौक था. उन्हें शाकाहारी खाना बहुत पसंद आने लगा था, ऐसे में रसोइए राजा को खुश करने के लिए नई-नई तरह की डिश तैयार किया करते थे.
औरंगजेब के लिए रसोइए ने तैयार की थी ये डिश
किसी बादशाह का गोश्त खाने से परहेज रखना काफी में अचरज वाली बात है. वहीं गेहूं से बने कबाब और चने की दाल से बने पुलाव औरंगजेब का पसंदीदा खाना था. आप आम जिंदगी में जो खाते हैं वो पनीर से बने कोफ्ते और फलों के इस्तेमाल से बने खाने औरंगजेब की देन हैं. इस तरह कई सम्राटों की पसंद को देखते हुए उनके रसोइए अलग-अलग डिशों का इजात किया करते थे.
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