यह मेंढक सांप से भी ज्यादा जहरीला, एक बार में 10 इंसानों को कर सकता है ढेर
दुनियाभर में लाखों प्रजाति के जानवर पाए जाते हैं. लेकिन आज हम आपको सबसे जहरीले मेंढक के बारे में बताने वाले हैं. इस मेढ़क को छुने से इंसान की मौत हो सकती है.
दुनियाभर में लाखों प्रजाति के जानवर पाए जाते हैं. इन जानवरों में कई जानवर ऐसे होते हैं, जो बहुत जहरीले होते हैं. जैसे सांप को सबसे जहरीला जानवर माना जाता है. कोई जहरीला सांप अगर किसी व्यक्ति को काटता है, तो उसकी मौत भी हो सकती है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मेंढक के बारे में बताएंगे, जो सांप से भी ज्यादा जहरीला होता है. जी हां, हम जिस सांप के बारे में बताने वाले हैं, ये काफी जहरीला होता है.
जहरीला मेंढक
बता दें कि आमतौर पर घरों के आस-पास जो मेंढक दिखते हैं, वो काफी कम जहरीले होते हैं. लेकिन आज हम आपको जिस मेंढक के बारे में बताने वाले हैं, वो करीब दो इंच का होता है. जी हां, कोलंबिया के शिकारी इसके जहर का इस्तेमाल अपने तीरों को डुबोने के लिए किया करते हैं. नेशनल जियोग्राफिक के मुताबिक इस मेंढक के जहरीला होने के के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है. लेकिन माना जाता है कि पौधों और जहरीले कीड़ों से इसमें यह जहर आता है. ऐसा इसलिए क्योंकि जो मेंढक इस दुनिया के अलग हिस्सों में रहते हैं, वो जहरीले नहीं होते हैं.
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मेंढक पर शोध
जानकारी के मुताबिक ये मेंढक इतना जहरीला होता है, इसके छूने भर से भी किसी इंसान की मौत हो सकती है. चिकित्सा विज्ञानी इस मेंढक की मेडिकल उपयोगिता को खोज रहे हैं. उनका मानना है कि यह कई प्रकार की दवाइयां बनाने में काम आ सकता है. वैज्ञानिक इसकी मदद से शक्तिशाली पेन किलर बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
खतरनाक है मेंढक
ये मेंढक पीले, नारंगी या हल्के हरे रंग के हो सकते हैं. वहीं जगहों के हिसाब से इनका रंग भी अलग-अलग हो सकता है. ये छोटा जहरीला जीव मक्खियां, चीटियां, और दीमक खाता है. वहीं किसी भी तरह का खतरा महसूस होने पर इस मेंढक की स्किन से जहर निकलने लगता है. ये जहर अगर इंसान स्किन पर सिर्फ लग जाएगा, तो भी इसका असर शुरू हो जाता है. जिसके बाद इंसान की नब्ज सिकुड़ने लगती है और कुछ समय बाद उसकी मौत हो सकती है.
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कई प्रजातियां
जानकारी के मुताबिक इन चटकीले मेंढकों की सौ से ज्यादा प्रजातियां हैं. जिनमें से ज्यादातर प्रजातियां कोलंबिया के प्रशांत तट पर वर्षा वन के एक छोटे से भूखंड के भीतर रहती हैं. वहीं छोटे से इलाके में भी इनकी प्रचुर मात्रा है. हालांकि. रेनफॉरेस्ट की बर्बादी के साथ ही इस मेंढक के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा रहा है.
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