भारत सहित एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद ताज्जुल मस्जिद है. जिसमें एक बार में एक लाख लोग बैठकर नमाज पढ़ सकते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद कौन सी है और यहां एक बार में कितने लोग जा सकते हैं. दरअसल इस मस्जिद का नाम अल हरम मस्जिद है. जो मक्का में मौजूद है.


कब बनी थी दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद
मक्का में मौजूद अल हरम मस्जिद को दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद होने का खिताब मिला हुआ है. इस मस्जिद का निर्माण 16वीं सदी में हुआ था. ये मस्जिद साढ़े तीन लाख वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है. इस मस्जिद के अंदर काबा है. जो मुुस्लिमों का प्रमुख पवित्रस्थल है. बता देें अल हरम मस्जिद में दुनिया का सबसे बड़ा एसी इस्तेमाल किया गया है. दिलचस्प बात ये है कि इस मस्जिद में सऊदी अरब में पड़ने वाली भीषण गर्मी में भी फर्श ठंडा रहता है. जिसकी वजह इस मस्जिद को बनाने में किए गए पत्थर का इस्तेमाल है. इस खास पत्थर का नाम अलतासूस है. जो भीषण गर्मी में भी ठंडा रहता है.


कला का बेहतरीन उदाहरण
अल हरम मस्जिद की नक्काशी और डिजाइन में अरबों रुपए खर्च किए गए हैं. ये बेहतरीन कला का उदाहरण भी है. हालांकि यदि आप मुस्लिम नहीं हैं और आपको इस मस्जिद को देखने जाना है तो आप नहीं जा सकते. यहां सिर्फ मुस्लिमों को ही जाने की इजाजत है.


एक बार में कितने लोग पढ़ सकते हैं नमाज
अल हरम मस्जिद में एक बार में 40 लाख लोग नमाज पढ़ सकते हैं. जिसमें 64,429 जनसंख्या वाले लक्षद्वीप, 2,42,911 जनसंख्या वाले दमन और द्वीव, दादर और नागर हवेली जिसकी जनसंख्या 3,42,953 है, 3,79,944 जनससंख्या वाले अण्डमान और निकोबार चंडीगढ़, पुंडुचेरी, सिक्किम, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और गोवा जैसे राज्यों की जनसंख्या चाहे तो एकसाथ नमाज पढ़ सकती है.                             


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