ये है भारत की सबसे खतरनाक फोर्स, कठिन ट्रेनिंग के बाद तैयार होता है एक कमांडो
दुनिया में भारतीय सेना चौथी सबसे बड़ी सेना है. लेकिन भारतीय सेना में भी कई ऐसे फोर्स हैं, जो अपने ऑपरेशन और ट्रेनिंग के लिए जाने जाते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि भारत में सबसे खतरनाक कमांडो कौन हैं.
भारतीय सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना है. इसीलिए भारतीय सेना के जवानों की ट्रेनिंग भी बहुत कठिन होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के सबसे खतरनाक कमांडो कौन है. आइए आज हम आपको बताएंगे कि भारत के सबसे खतरनाक कमांडो कौन है और उनकी ट्रेनिंग कैसे होती है.
एनएसजी कमांडो
भारत के सबसे खतरनाक कमांडो राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के होते है. इन्हें ब्लैक कैट कमांडो के नाम से भी जाना जाता है. ये कमांडो सिर से लेकर पैर तक ब्लैक ड्रेस में होते हैं. एनएसजी कमांडोज की सबसे खास बात यह है कि ये बहुत तेज गति से दुश्मनों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं. ये भी कहा जा सकता है, पलक झपकते ही ये दुश्मनों को मिटाने की क्षमता रखते हैं. भारत में 1984 में एनएसजी का गठन हुआ था
बहुत कठिन ट्रेनिंग
एनएसजी कमांडोज की ट्रेनिंग बहुत ही कठोर होती है. कमांडोज फोर्स के लिए ट्रेनिंग के पहले कई चरणों में परीक्षा होती है. परीक्षा के बाद अंतिम चयन में जवान ट्रेनिंग के लिए मानेसर पहुंचते हैं, जहां उनकी लंबी ट्रेनिंग होती है. बता दें कि जरूरी नहीं है कि ट्रेनिंग सेंटर पहुंचने के बाद भी कोई सैनिक अंतिम रूप से कमांडो बन ही जाता है. नब्बे दिन की कठोर ट्रेनिंग के अंत में एक हफ्ते की ऐसी ट्रेनिंग होती है, जिसमें 15-20 फीसदी सैनिक नहीं पहुंच पाते हैं.
एनएसजी के ऑपरेशन
देश में जब भी बड़े आतंकी हमले हुए हैं, सभी हमलों में एनएसजी कमांडो फोर्स ने मुहंतोड़ जवाब दिया है. वह 26/11 हमला, अक्षरधाम मंदिर आतंकी हमला इन सभी ऑपरेशन में एनएसजी कमांडोज ने आतंकियों को मुंह़ तोड़ जवाब दिया था. ये फोर्स गृह मंत्रालय के तहत काम करती है. इन जवानों की खासियत है कि ये वीआईपी सिक्योरिटी, हाईजैकिंग रोकने, बम का पता लगाने जैसे अन्य काम करने में माहिर होते हैं.
ये भी पढ़े:सोने से बनी है ये मस्जिद, जानिए कहां है और क्या है इसकी खासियत