दुनियाभर में कई ऐसे देश और शहर हैं, जहां पर लोग जाने का सपना देखते हैं. कुछ देशों और शहरों में तो लोग हमेशा के लिए बसना भी चाहते हैं. लेकिन आज हम आपको दुनिया के सबसे छोटे और प्राचीन शहर के बारे में बताएंगे. इस शहर की आबादी किसी भारतीय परिवार के सभी सदस्यों के बराबर है. जी हां अगर आप अपने पूरे परिवार के सदस्यों की गिनती करेंगे, तो उतनी ही आबादी इस शहर की है. जानिए ये शहर किस देश में है और यहां की आबादी कितनी है. 


दुनिया का सबसे छोटा शहर


बता दें कि यूरोप में मौजूद क्रोएशिया देश का शहर हुम दुनिया का सबसे छोटा शहर है. एक्सपैट इन क्रोएशिया वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक ये शहर बुज़ेट नाम के शहर से सिर्फ 14 किलोमीटर दूर है. वहीं इस शहर में सिर्फ 25 से 30 लोग रहते हैं. भारतीय घरो में अगर भाई-बहन, चाचा-चाची और बुआ के परिवार को आप जोड़ देंगे, तो इतने सदस्य हो जाएंगे. 


अब सवाल ये है कि गांव से भी छोटी जगह को शहर का दर्जा क्यों मिला है? प्लेसेज़ ऑफ जुमा वेबसाइट के मुताबिक हुम में टाउन वॉल, टाउन गेट, कब्रिस्तान, दो चर्च और रेस्टोरेंट मौजूद है. इसके साथ ही यहां कुछ रिहायशी इमारतें भी हैं. ये शहर 12.95 स्क्वायर किलोमीटर में बसा है. वहीं 16वीं सदी से नगर पालिका का चयन होता था. वहीं 1977 में ये कार्य फिर से चालू कर दिया गया था, इस वजह से इसे टाउन माना जाता है. 1102 में इस टाउन का पहली बार जिक्र कुछ कागजातों में मिलता है. ये शहर  क्रोएशिया के बड़े शहरों से जुड़ा है, यहां आप पूरा शहर पैदल घूम सकते हैं और यहां पर साइकलिंग भी की जा सकती है.


प्राचीन शहर


जानकारी के मुताबिक हुम शहर प्राचीन शहरों में से एक है. वहीं पुराने समय में किसी शासक ने यहां पुराने अंदाज में पत्थरों से दीवारों और सड़कों का निर्माण करवाया था. इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर यहां टावर भी बनवाया गया था, ताकि आसानी से कस्बे की निगरानी की जा सके.


कस्बे में सिर्फ 27 लोग 


बता दें कि साल 2021 में हुम शहर में जनगणना की गई थी, जिसमें यहां की आबादी लगभग 27 निकल कर आई थी. इससे पहले सेंट्रल इस्ट्रिया की ओर से यहां साल 2011 में जनगणना की गई थी. जिसमें उस समय यहां की आबादी महज 21 थी. वहीं बाद में साल 2021 में यह बढ़कर 27 हो गई थी.


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