पहले के जमाने में राजा-महाराजा कई तरह के शौक रखते थे. वो उनकी रंगीन मिजाजी के लिए भी जाने जाते थे. ये भी हर किसी को पता है कि राजाओं के पास कई रानियां हुआ करती थीं, लेकिन क्या आप एक ऐसे राजा के बारे में जानते हैं कि जिनकी 50 या 60 नहीं बल्कि 365 रानियां थीं. ये हर दिन अपनी अलग रानी के साथ गुजारते थे. इस तरह साल के 365 दिन इनके पास अलग-अलग रानी होती थी.


365 रानियों के इकलौते राजा
दरअसल इस राजा का नाम भुपिंदर सिंह था. भुपिंदर सिंह 365 रानियां रखने वाले इकलौते राजा थे. भुपिंदर सिंह पटियाला के राजा थे. जहां राजगद्दी पर उन्होंने कुल 38 साल यानी साल 1900 से लेकर 1938 तक राज किया था. उनके पास 365 रानियां थीं. हालांकि उनकी अधिकृत रानियां सिर्फ 10 ही थीं. खास बात ये है कि कहा जाता है कि राजा ने अपनी सभी रानियों के लिए आलीशान महल भी बनवा रखे थे.


किसके साथ बितानी है रात ऐसे होता था फैसला
भुपिंदर सिंह बड़े ही खास तरीके से इस बात का फैसला करते थे कि कब किस रानी के साथ उन्हें रात बितानी है. दरअसल यूं तो भुपिंदर सिंह के महल में कई लालटेन जलती थीं, लेकिन उनमें जलने वाली 365 लालटेन बेहद ही खास थीं. इन्हीं लालटेन से तय होता था कि भुपिंदर सिंह किस रानी के साथ रात बिताने वाले हैं. बता दें इन सभी लालटेन पर 365 रानियों के नाम लिखे हुए थे. ऐसे में रात में जलाई गई लालटेन अगले दिन जैसे ही सबसे पहलेे बुझती थीं राजा उस लालटेन पर लिखा नाम पढ़ लेते थे और अगली रात उसी रानी के साथ गुजारते थे. इस तरह वो इसी पद्धति से हर दिन ये तय करते थे कि आने वाली रात उन्हें किस रानी के साथ गुजारनी है. कहा जाता है कि भुपिंदर सिंह हिटलर के भी करीबी दोस्त थे. एक बार जब भुपिंदर सिंह जर्मनी में थे तब हिटलर ने उन्हें अपनी कार भी गिफ्ट की थी. रंगीन मिजाज माने जाने वाले भुपिंदर सिंह का जिक्र दीवान जरमनी दास ने अपनी किताब 'महाराज' में विस्तार से किया है.                              


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