(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
क्या इस तकनीक से कभी नहीं मरेगा इंसान... हो जाएगा जिंदा, जानिए क्या है क्रायोनिक तकनीक
कभी आपने सोचा है कि मरा हुआ इंसान भी जिंदा हो सकता है... अमेरिका के वैज्ञानिकों ने क्रायोजेनिक तकनीक के द्वारा यह दावा किया है.
Cryonic Technology: क्या अब मरा हुआ इंसान दोबारा जिंदा हो सकता है? यह सुनकर आपको बहुत अटपटा लग रहा होगा... लेकिन अमेरिका के कुछ वैज्ञानिकों ने एक तकनीक यानी क्रायोनिक तकनीक से भविष्य में इंसानों को दोबारा जिंदा करने का दावा किया है. क्या है क्रायोनिक्स तकनीक? अमेरिका के एरिजोना प्रांत में मृत लोगों के शरीर को खास तकनीक से ठंडा रखा जाता है और सुरक्षित भी रखा जाता है जिससे अगर भविष्य में कोई तकनीक विकसित हो तो उनको दोबारा जिंदा किया जा सके. विदेशों में लोग इस तकनीक के लिए अपने परिजनों का शव सुरक्षित रखने के लिए बहुत पैसा खर्च रहे हैं. क्रायोनिक्स नाम की इस तकनीक में शरीर के अंगों को बहुत ही ठंडे तापमान में रखा जाता है.
आधुनिक तकनीक से मरा हुआ इंसान हो सकता जिंदा
अभी तक तो यह संभव नहीं है... लेकिन क्रायोनिक तकनीक के बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि आज से 100 साल पहले चांद पर जाने की बात को कल्पना समझा जाता था, लेकिन वर्तमान में आधुनिक तकनीक से यह संभव है. वहीं वैज्ञानिकों का कहना है कि भविष्य में हो सकता है कि तकनीक इतनी विकसित हो जाए कि क्रायोनिक तकनीक का इस्तेमाल करके हम मरे हुए इंसानों को जिंदा कर सकें. सीपीआर तकनीक से मरे हुए इंसानों को वापस जिंदा करने का प्रयास अमेरिकी वैज्ञानिक लगातार कर रहे हैं.
संरक्षित करने का कितना है खर्चा
यहां पर मरे हुए बच्चों और शिशु को भी संरक्षित किया जाता है. वही मानव के स्पर्म को भी संरक्षित किया जाता है. वहीं क्रायोनिक तकनीक में शव को संरक्षित करने का खर्च 2 लाख अमेरिकी डॉलर है. भारतीय रुपये में इसे कनवर्ट करें तो यह एक करोड़ रुपये से भी ज्यादा होगा. जबकि दिमाग को संरक्षित करने का खर्च 80 हज़ार डॉलर है.