होली रंगों का त्योहार है, इस दिन पूरे भारत में आपको तरह-तरह के रंग देखने को मिलते हैं. लाल,नीला,पीला, हरा, गुलाबी और ना जाने कौन कौन से रंग. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें से नीला और हरा रंग आपकी सेहत के लिए सबसे ज्यादा हानिकारक होता है. इसलिए अगर इस बार होली खेल रहे हैं, तो नीले और हरे रंग से आपको परहेज करना चाहिए. हालांकि, अगर आपका रंग ऑर्गेनिक है और पूरी तरह से केमिकल फ्री है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, फिर आप जिस रंग का चाहें उस रंग का इस्तेमाल कर के होली खेल सकते हैं.
हरा और नीला रंग ज्यादा खतरनाक क्यों है
ऐसे तो होली खेलते वक्त आप किसी भी रंग का इस्तेमाल करें, लेकिन उसे किसी पर डालते वक्त इस बाक का ख्याल जरूर रखें कि रंग उसके आंखों में ना चला जाए. अगर रंग या गुलाल किसी की आंखों में चला गया तो फिर वह सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है. लेकिन अगर ये रंग नीला-हरा है और यह आपकी आंखों में चला जाए तो फिर आपके आंखों की स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि हरा और नीला रंग बनाने में सबसे ज्यादा रासायनिक तत्वों का इस्तेमाल होता है.
इन रंगों में इस्तेमाल होता है घातक केमिकल
आपको जानकर हैरानी होगी कि ज्यादातर हरे रंग को बनाने के लिए मैलाकायडडाई का इस्तेमाल किया जाता है. कई बार रंग को ज्यादा गाढ़ा करने के लिए मैलाकायडडाई का इस्तेमाल ज्यादा कर दिया जाता है, जो हमारी सेहत के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक होता है. आपको बता दें मैलाकायडडाई का इस्तेमाल मुख्यत: कपड़ों को रंगने के लिए किया जाता है. अगर यह केमिकल किसी भी रूप में आपकी आंखों में चला जाए तो इससे आपकी आंखों के कार्निया को खतरनाक नुकसान हो सकता है.
होली में सबसे ज्यादा होती है आखों को समस्या
विशेषज्ञों का मानना है कि होली के दौरान सबसे ज्यादा समस्या लोगों को आंखों में रंग जाने को लेकर होती है. होली की शाम या होली के बाद जितने भी मरीज रंगों से होने वाली समस्या लेकर हॉस्पिटल पहुंचते हैं, उनमें से ज्यादातर की एक जैसी ही समस्या होती है कि उनकी आंखों में रंग चला गाया जिसके बाद से उन्हें आंखों में दर्द हो रहा है और आंखें लाल हो गई हैं. दरअसल, जब आपकी आंखों में कोई खतरनाक रंग चला जाता है और वह कुछ देर तक आंखों में रह जाता है तो आपको कंजेक्टिवल एडिमा होने का खतरा रहता है. इसलिए अगर आपकी आंखों में रंग होली खेलते वक्त चला जाए तो सबसे पहले आप अपनी आंखों को पानी से धुलें और अगर फिर भी ना ठीक हो आपकी समस्या तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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