Wall of Gum: किसी सजावट के आइटम से नहीं सजी ये दीवार, लोगों ने आखिर क्यों इस दीवार पर चिपकाई लाखों च्युंइगम
दुनिया में बहुत लोग च्युंइगम खाते हैं.कुछ लोग खाने के बाद आस-पास च्युंइगम को थूक भी देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं अमेरिका में एक ऐसा दीवार हैं, जहां लोगों ने पूरे दीवार पर च्युंइगम चिपका दिया है.
भारत समेत कई देशों में च्युंइगम चबाना एक ट्रेंड और फैशन बन चुका है. आपने देखा होगा कि दुनियाभर में खिलाड़ियों से लेकर सेलेब्रिटी तक च्युइंगम चबाते दिखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमेरिका में एक ऐसी दीवार भी है, जिसे गम ऑफ वॉल कहते हैं. जानिए आखिर इस दीवार पर कितने च्युंइगम चिपके हुए हैं और ये परंपरा कैसे शुरू हुई थी.
दीवार पर च्युंइगम
क्या आप कभी सोच सकते हैं कि किसी दीवार पर सिर्फ आपको लाखों की संख्या में चबाए हुए च्युइंगम दिख रहे हो? दरअसल अमेरिका में एक दीवार है, जहां लोग छुपाकर नहीं बल्कि खुलेआम च्युइंगम चिपकाकर चले जाते हैं. इस वजह ये दीवार अब च्युइंगम से सज चुकी है. इस पर हजारों से ज्यादा च्युइंगम चिपके हैं. हालांकि इस वजह से इस दीवार को सबसे ज्यादा कीटाणु वाली जगह के तौर पर भी देखा जाता है.
सीक्रेट सिएटल न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक वॉशिंग्टन के सिएटल में वॉल ऑफ गम के नाम से एक दीवार है. इसे जब आप देखेंगे, तो हैरान हो जाएंगे. क्योंकि इस दीवार पर हजारों च्युइंगम चिपके हुए हैं. इस कारण से साल 2009 में इसे दुनिया के उन 5 दार्शनिक स्थलों में शुमार किया गया था, जहां सबसे ज्यादा कीटाणु पाए जाते हैं. इस दीवार की ऊंचाई 8 फीट है और ये 50 फीट लंबी है.
कब से शुरू हुआ च्युइंगम चिपकाने का सिलसिला?
बता दें कि ये दीवार मार्केट थिएटर के पास है. यहां पर 1993 से च्युइंगम चिपकाने का शुरू हुआ था. जानकारी के मुताबिक मूवी देखने के जाने वाले लोग लाइन में खड़े रहते थे. इस दौरान वो बोर होकर वहां च्युइंगम चिपका देते थे. लेकिन धीरे-धीरे आसपास से गुजरने वाले लोग भी ऐसा ही करने लगे थे. जिसके बाद से यहां लोगों ने हजारों की संख्या में च्युइंगम चिपका दिया था.
वहीं 2009 में फेमस हॉलीवुड एक्ट्रेस जेनिफर एनिस्टन की फिल्म ‘लव हैपन्स’ में इस दीवार का एक दृश्य दिखाया गया था, जिसमें एक्ट्रेस च्युइंगम चिपकाती दिखी थी. इसके बाद से ये जगह अमेरिका समेत दुनियाभर में फेमस हो गया था.
साफ होने के बाद लोगों ने चिपकाया च्युइंगम
जानकारी के मुताबिक साल 2015 में दीवार को पूरी तरह से साफ करवाया गया. इसके लिए मजदूरों को 130 घंटे का वक्त लगा और 1 टन से ज्यादा च्युइंगम यहां से हटाया गया था. दीवार को साल 2018 में एक बार फिर साफ किया गया था, लेकिन सिर्फ 5 महीनों के अंदर उसने अपने पुराने लुक को हासिल कर लिया था. हालांकि शुरूआत में लोग मजे में च्युइंगम चिपकाते थे, लेकिन बाद में जैसे एक प्रथा ही बन गई है. इन दिनों कपल ज्यादा आकर च्युइंगम चिपका रहे हैं.