आसमान से उल्कापिंडों का गिरना आम बात है. आपने भी ऐसी कई घटनाओं को देखा होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आसमान से गिरने वाले इन उल्कापिंडों का इस्तेमाल घड़ी बनाने के लिए भी किया जा सकता है. चलिए आपको इस खास घड़ी के बारे में बताते हैं, इसके साथ ही आपको बताते हैं कि इसकी कीमत कितनी है.


कौन बना रहा है ये घड़ी?


स्विट्जरलैंड की एक कंपनी है लेस एटेलियर्स लुइस मोइनेट. ये खास घड़ियों को बनाने के लिए जानी जाती है. अब इसी कंपनी ने कुछ ऐसी घड़ियां बनाई हैं जिसे लेकर पूरी दुनिया में चर्चा है. दरअसल, इन घड़ियों को बनाने में उल्कापिंडों के टुकड़ों का इस्तेमाल किया गया है.


12 तरह के उल्कापिंडों का हुआ है इस्तेमाल


इस घड़ी को बनाने में 12 अलग अलग तरह के उल्कापिंडों के टुकड़ों का इस्तेमाल किया गया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये उल्कापिंड पृथ्वी पर चंद्रमा, मंगह ग्रह, उल्कापात और क्षुद्रग्रह से आए हैं. इस घड़ी का नाम कॉस्मोपोलिस रखा गया है.



कितनी है इस घड़ी की कीमत


कंपनी का कहना है कि इस घड़ी की कीमत सभी तरह के टैक्स को हटाकर 2 करोड़ रुपये के आसपास है. जबकि, टैक्स के साथ इसकी कीमत और ज्यादा है. कंपनी का कहना है कि इस घड़ी को बनाने के लिए उसने उल्कापिंडों के साथ 18 कैरेट रोज-गोल्ड का इस्तेमाल किया गया है.


उल्कापिंड से पर्स भी बन चुका है


ऐसा पहली बार नहीं है कि उल्कापिंड से कोई चीज बनाई गई है. इससे पहले उल्कापिंड से एक बार अनोखा पर्स भी बनाया जा चुका है. इस पर्स को कॉपर्नी नाम के फ्रेंच ब्रांड कंपनी ने बनाया था. इस पर्स की कीमत 35 लाख रुपये से ज्यादा है. 2 किलो वजनी ये पर्स जितना खास सुनने में है, देखने में भी उतना ही खास है.


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