तिहाड़ जेल: ऐसे तय होता है कौन सा कैदी कहां रहेगा? कैदियों को मिलती है ये सुविधाएं...
Tihar Jail: भारत के फेमस जेलों में से एक तिहाड़ इन दिनों चर्चा में है. तिहाड़ जेल के कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में आज हम आपको तिहाड़ की पूरी कहानी बताते हैं...
आम आदमी पार्टी नेता सत्येंद्र जैन और श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब को लेकर इन दिनों तिहाड़ जेल की काफी चर्चा हो रही है. सत्येंद्र जैन से जुड़े कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिन्हें लेकर राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी बढ़ गई है. तिहाड़ जेल से जुड़ी कई खबरें आने के बाद अब जेल को लेकर कई तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं. लोगों को दिलचस्पी है कि आखिर तिहाड़ में कैदी किस तरह रहते हैं और सरकार की ओर से उनका किस तरह ध्यान रखा जाता है. साथ ही लोग जानना चाहते हैं कि तिहाड़ जेल कितना बड़ा है और वो अभी कितने कैदी रह रहे हैं. तो जानते हैं तिहाड़ जेल से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्य...
कैसा है तिहाड़ जेल?
तिहाड़ जेल ना सिर्फ भारत का सबसे बड़ा जेल है, जबकि इसकी गिनती दुनिया के सबसे बड़े जेलों में से की जाती है. साथ ही इसे साउथ एशिया का सबसे बड़ा जेल माना जाता है और यह कई हिस्सों में बंटा है, इसमें 9 सेंट्रल जेल शामिल हैं. हर जेल में अलग अलग कैदी रहते हैं और कैदियों का बंटवारा उनके नाम, लिंग, क्राइम और सजा के आधार पर किया गया है. बताया जाता है कि यह करीब 400 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और इससे पेपर मैकिंग, टेलरिंग, पोट्री, शू मेकिंग और बेकिंग जैसे बिजनेस भी चल रहे हैं. अगल इसमें रहने वाले कैदियों की बात करें तो भारत की कई बड़ी हस्तियां तिहाड़ जेल जा चुकी हैं. आपको बता दें कि दिल्ली में तीन अहम कारागार हैं, जिनमें तिहाड़, रोहिणी और मंडोली शामिल है. तिहाड़ में 9 सेंट्रल जेल आते हैं, बाकि सेंट्रल जेल रोहिणी और मंडोली में शामिल हैं.
कैसे तय होता है कौन कैदी कहां रहेगा?
जेल नंबर-1 में उन कैदियों को रखा जाता है, जिनका नाम 'S' और 'Y' एल्फाबेट से शुरू हो जाता है. जेल नंबर-2 में 10 साल या उससे ज्यादा की सजा वाले कैदियों को रखा जाता है. जेल नंबर-3 में उन कैदियों को रखा जाता है, जिनका नाम B, V, C, D, E, F और G से शुरू होता है. जेल नंबर-4 में उन कैदियों को रखा जाता है, जिनका नाम A और R से शुरू होता है. इसके साथ ही अलग अलग एल्फाबेट से साथ कैदियों को बांटा जाता है. जेल नंबर-5 में 10 साल से कम सजा वाले कैदी रखे जाते हैं. जेल नंबर-7 में महिलाओं को रखा जाता है. ऐसे ही हर जेल के हिसाब से कैदियों को बांटा गया है.
कितने कैदी रह सकते हैं?
16 सेंट्रल जेल की एक कैपिसिटी तय है, लेकिन अधिकतर जेल में कैपिसिटी से ज्यादा कैदी हैं. अगर साल 2019 के आंकड़ें को देखें तो कई जेल में कैपिसिटी से चार गुना तक कैदी रह रहे हैं. 2019 में पूरे जेल की कैपिसिटी 10026 थी, लेकिन उस वक्त जेल में 17534 कैदी थे. बता दें कि यहां अंडर ट्रायल वाले कैदियों की संख्या काफी ज्यादा है.
कैदियों के लिए क्या सुविधाएं हैं?
- कैदियों की हेल्थ का ध्यान रखने के लिए करीब 100 डॉक्टर्स की टीम है, जिसमें स्पेशलिस्ट, सीनियर रेजिडेंट, रेजिडेंट शामिल है. इसके अलावा बड़ी संख्या में 71 नर्सिंग स्टाफ भी है. साथ ही जेल के लिए 120 बेड का एक अस्पताल भी है और आपातकालीन स्थिति के लिए खास व्यवस्था है.
- कैदियों से मुलाकात के लिए भी व्यवस्था है, जिसमें जेल के हिसाब से समय तय है, जिस समय में कैदी से जुड़े लोग उनसे मुलाकात कर सकते हैं.
- कैदियों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाता है.
- कैदियों को साफ और पौष्टिक खाना दिया जाता है.
- कैदियों को अपने रिश्तेदारों और परिवारवालों से मिलने का वक्त दिया जाता है.
- कैदियों का एनजीओ की मदद से शिक्षा, धर्म आदि का ध्यान रखा जाता है.
- कैदियों को मुफ्त कानूनी जानकारी दी जाती है.
- कैदियों के लिए कोर्ट की कार्यवाही को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग की व्यवस्था है.
यह भी पढ़ें- ये हैं दुनिया के वो देश जहां नहीं है एक भी मुसलमान, इतिहास से जुड़ी है वजह