आज भी टोस्ट चाय, दूध के साथ खाए जाने वाले फेवरेट स्नैक्स है. बड़ी संख्या में लोग आज भी टोस्ट खरीदते हैं और चाय, दूध के साथ इसे खाते हैं. खाने में लोगों को टोस्ट काफी टेस्टी लगता है, लेकिन इससे जुड़ी कई नेगेटिव जानकारी भी सोशल मीडिया पर शेयर की जाती है. इसके अलावा टोस्ट को बनाए जाने के प्रोसेस को लेकर कई तरह की कहानियां प्रचलित हैं. कई लोगों का कहना होता है कि जो एक्सपायरी ब्रेड होती है, उससे टोस्ट बनाए जाते हैं. वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि अगर टोस्ट को बनते हुए देख लिया जाए तो इसे लोग खाना बंद कर देंगे. 


ऐसे में जानते हैं कि आखिर ये टोस्ट बनता कैसे है और किस वजह से इसके लिए कहा जाता है कि इसे बनते हुए देख लें तो कोई टोस्ट खाना पसंद नहीं करेगा. तो जानते हैं इसे बनाने के प्रोसेस से जुड़ी हर एक बात...


क्या खराब ब्रेड से बनते हैं टोस्ट?


सबसे पहले तो आपको बता दें कि यह बात गलत है कि इन्हें खराब ब्रेड के चूरे से बनाया जाता है. टोस्ट बनाने की प्रोसेस अलग होती है और अब तो मशीनों के इस्तेमाल से टोस्ट बनाए जाते हैं, जिसमें सफाई का भी खास ध्यान रखा जाता है. ऐसे में यह कहना गलत है कि टोस्ट को गंदी तरीके से बनाया जाता है और एक बार इसे बनते देख लें तो कोई इसे कभी नहीं खा पाएगा.


फिर बनता कैसे है?


टोस्ट को बनाने के लिए प्रमुख तौर पर मैदा का ही इस्तेमाल होता है और मैदा में कई अन्य चीजों का इस्तेमाल करके इसे बनाया जाता है, जिसमें नमक आदि शामिल है. इसके बाद इन सभी को मिक्स किया जाता है. मिक्स करने की प्रोसेस काफी देर तक चलती है ताकि यह अच्छे से मिक्स हो जाए और एक क्रीम की तरह हो जाए. एक बार इसके अच्छे से मिक्स हो जाने के बाद इसके बन बनाए जाते हैं, जैसे रोटी बनाने के लिए आटे से बनाए जाते हैं. इसके बाद इन्हें लंबे बन में बदला जाता है और उन्हें बेक करने का प्रोसेस शुरू किया जाता है. 


फिर इन्हें दो अलग अलग तरीके से बेक किया जाता है और बाद में इन्हें टोस्ट की शेप में काट लिया जाता है. इसके बाद फिर से दूसरी मशीनों में इसे फिर से बेक किया जाता है. तीन बार बेक होने के बाद यह टोस्ट में तब्दील हो जाता है. ज्यादा बेक करने की वजह से ही यह काफी टाइट और कुरकुरे हो जाते हैं. बता दें कि बड़े प्लांट में सारा काम मशीनों से होता है, लेकिन छोटे प्लांट में मजदूर हाथ से पूरा प्रोसेस करते हैं, जिस वजह से कई लोग इसे खाना पसंद नहीं करते हैं. 


यह भी पढ़ें- पानी की टंकी प्लेन क्यों नहीं होती है, इनके बीच-बीच में ये लाइंस किस काम के लिए होती है?