क्या रेलवे का रखा लोहा कोई भी कर सकता है इस्तेमाल, जानिए कितने साल की मिलती है सजा
भारतीय रेलवे एशिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रेलवे का सामान चोरी करने वालों को कितनी कड़ी सजा मिलती है. जानिए सजा के साथ कितना देना पड़ता है जुर्माना.

भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. रेलवे के जरिए हर दिन लाखों यात्री सफर करते हैं. आपने देश के अधिकांश रेलवे स्टेशनों के पास रेलवे का लोहा रखा देखा होगा. अब सवाल ये है कि क्या कोई व्यक्ति उन रखे लोहों का इस्तेमाल कर सकता है. आज हम आपको इसका जवाब देंगे.
क्या है मामला?
उत्तर-प्रदेश के औरैया में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल एआरटीओ ने एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ा है, जिसमें रेलगाड़ी के पहिये लगे हुए थे. जांच में सामने आया है कि टैक्टर का रजिस्ट्रेशन कृषि कार्य हेतु था, लेकिन ट्रॉली का तो रजिस्ट्रेशन ही नहीं था. इसपर अधिकारी ने ट्रैक्टर-ट्रॉली का 10 लाख रुपये से ज्यादा का चालान काटा है. वहीं पूछताछ में पता चला कि यह ट्रॉली एक रेलवे ठेकेदार के यहां काम पर लगी थी. इसके लिए वाहन मालिक को 85 हजार रुपये हर महीने मिलता था.
रेलवे के सामान का इस्तेमाल?
रेलवे देश के सबसे बड़े विभागों में एक है. रेलवे का कार्यक्षेत्र देश के हर कोने तक पहुंचा हुआ है. रेलवे में हर दिन निर्माण कार्य होता रहता है. अब सवाल ये है कि क्या कोई भी व्यक्ति रेलवे के सामानों का इस्तेमाल कर सकता है? इसका जवाब है नहीं. रेलवे के सामान का इस्तेमाल सिर्फ उस डिपार्टमेंट से जुड़े हुए लोग ही कर सकते हैं. इतना ही नहीं रेलवे का सामान अगर कहीं सड़क किनारे रखा है और कोई उस लोहे या अन्य सामान को चोरी करके बेचता है, तो ऐसी स्थिति में बेचने और खरीदने वाले दोनों व्यक्तियों पर कार्रवाई हो सकती है. इतना ही नहीं कोर्ट द्वारा आरोपियों पर भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
रेलवे का सामान चोरी करने पर कितने साल की सजा?
भारतीय रेलवे का सामान अक्सर खुले क्षत्रों में रखा होता है. अगर कोई व्यक्ति इन सामानों से छेड़छाड़ करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. बता दें कि भारतीय रेलवे का सामान चोरी करते हुए पकड़े जाने पर रेलवे प्रॉपर्टी एक्ट 1966 के तहत कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. इतना ही नहीं रेलवे की प्रॉपर्टी को चुराने या नुकसान पहुंचाने पर जुर्माना और जेल दोनों की सजा का प्रावधान होता है. इसके लिए आपको कम से कम 5 साल लिए जेल हो सकती है. वहीं भारी भरकम जुर्माना भी देना पड़ सकता है. सजा कोर्ट द्वारा तय किया जाता है.
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