तुर्किए जिसे पहले पूरी दुनिया तुर्की के नाम से जानती थी, इन दिनों वहां कत्लेआम कानून लागू है. इस कानून की वजह से जो विदेशी टूरिस्ट अपनी छुट्टियां तुर्किए में मनाने वाले थे, अब उसे कैंसल कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी इस कानून का जम कर विरोध हो रहा है. लोग इसे अमानवीय करार दे रहे हैं.  सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि जिस देश में इस तरह का कानून हो वहां भला कौन ही घूमने जाएगा. चलिए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि आखिर ये कौन सा कानून है और इसका असर किन पर पड़ेगा.


क्या है कत्लेआम कानून?


दरअसल, कुछ समय पहले तुर्किए की सरकार ने एक कानून बनाया जिसके अनुसार अब इस देश के लगभग 40 लाख आवारा कुत्तों को सड़कों से हटा दिया जाएगा. सोशल मीडिया पर इसी को लोग कत्लेआम कानून कह रहे हैं. पशु प्रेमियों का मानना है कि सरकार इन बेजुबान जानवरों को मार देगी.


खुद तुर्किए के लोग भी कर रहे हैं विरोध


ऐसा नहीं है कि इस कानून का विरोध सिर्फ विदेशी लोग ही कर रहे हैं. खुद तुर्किए के लोग भी इस कानून का जम कर विरोध कर रहे हैं. तुर्किए की सरकार ने जिस दिन ये कानून बनाया था, उसी दिन तुर्किए के हजारों पशु प्रमियों ने सड़कों पर उतर कर इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. हालांकि, तुर्किए सरकार पर फिलहाल इस विरोध प्रदर्शन का कोई असर नहीं दिख रहा है. लेकिन अब सोशल मीडिया पर ये एक इंटरनेशनल मुहिम बन गया है. ऐसे में लोग अनुमान लगा रहे हैं कि अगर तुर्किए सरकार को लगा कि इससे उनके टूरिज्म बिजनेस पर असर पड़ेगा तो वह इस कानून को वापिस ले सकते हैं.


टूरिज्म से कितना पैसा कमाता है तुर्किए


तुर्किए के लिए टूरिज्म कितना जरूरी है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि वह हर साल इससे कितना पैसा कमाता है. statista की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 में तुर्किए ने टूरिज्म से 56 बिलियन यूएस डॉलर कमाए थे. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि अगर इंटरनेशनल टूरिस्ट इस तरह से इस कत्लेआम कानून का विरोध करेंगे और तुर्किए में बिताने वाली अपनी छुट्टियों को कैंसल करेंगे तो शायद वहां कि सरकार पर इसका दबाव बनेगा और वह इस क्रूर कानून को वापिस ले लगी.


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