कई प्रकार के होते हैं यहूदी, जानिए भारत में कहां-कहां कौन से यहूदी रहते हैं
भारत में यहूदियों का आगमन 2000 साल पहले हुआ था. कहा जाता है कि उन्होंने पहली बार भारत की भूमि पर केरल के मालाबार तट के जरिए कदम रखा था, फिर वो धीरे धीरे भारत के हर हिस्से में पहुंच गए.

भारत एक ऐसा देश है जिसमें सभी धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं. हिंदू बाहुल्य इस देश में शायद ही कभी धार्मिक आधार पर किसी के साथ भेदभाव किया गया हो, यही वजह है कि इस देश में सदियों से अलग अलग धर्मों को फलने-फूलने का खूब मौका मिला. यहूदी समुदाय के लोग एक तरफ जहां पूरी दुनिया में नफरत का शिकार हो रहे थे, भारत में उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत नहीं थी. इसलिए आज अगर आप भारत में इनकी आबादी को देखें तो पाएंगे कि यहां उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूरब से लेकर पश्चिम तक यहूदी मिल जाएंगे. हालांकि, यहां यहूदी समुदाय आपको थोड़ा विभाजित मिलेगा. चलिए इस आर्टिकल में आपको भारत में रहने वाले यहूदियों की कहानी बताते हैं.
भारत में कितने प्रकार के यहूदी रहते हैं
भारत में मुख्य रूप से यहूदी समुदाय को तीन भागों में विभाजित किया जाता है. पहले नंबर पर आते हैं पश्चिमी भारत के बेने इस्राएली यहूदी. दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल के बगदादी यहूदी और तीसरे नंबर पर केरल के कोचीन यहूदी आते हैं. हालांकि, इसके अलावा, पूर्वोत्तर भारत के बेनेई मेनाशे यहूदी और आंध्र प्रदेश के बेने एफ्रैम यहूदी भी यहीं रहते हैं. बेने एफ्रैम यहूदी खुद को तेलुगु यहूदी भी कहते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि ये लोग तेलुगु भाषा बोलते हैं. जबकि, भारत के पूर्वोत्तर राज्यों यानी मणिपुर और मिजोरम में रहने वाले बेनेई मेनाशे यहूदी समुदाय के लोगों का मानना है कि उनके पूर्वज इजरायल के हैं. यानी देखा जाए तो ये समुदाय भारत में 5 हिस्सों में विभाजित है.
भारत में यहूदियों का इतिहास
माना जाता है कि भारत में यहूदियों का आगमन 2000 साल पहले हुआ था. कहा जाता है कि उन्होंने पहली बार भारत की भूमि पर केरल के मालाबार तट के जरिए कदम रखा था, फिर वो धीरे धीरे भारत के हर हिस्से में पहुंच गए. जर्मन न्यूज वेबसाइट डीडब्लू की रिपोर्ट के अनुसार, 1940 के दशक में भारत में यहूदियों की आबादी करीब 50 हजार थी. आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में यहूदी सेना में भी रहे हैं. बता दें, 1924 में जन्मे जे.एफ.आर. जैकब ने भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा की थी और 1971 के भारत-पाकिस्तान वॉर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
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