दुनिया में हर उम्र में कुछ अलग करने वाले बहुत लोग हैं. लेकिन आमतौर पर माना जाता है रिटायरमेंट की उम्र में लोग अपने घरों में आराम करते हैं. लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी महिलाओं के बारे में बताएंगे, जिन्होंने कभी पढ़ाई-लिखाई नहीं की है. लेकिन अब रिटायरमेंट की उम्र में वो दादी रैपर बन गई हैं. हां ये सुनने में थोड़ा आश्चर्य की बात है, लेकिन ये सच है.


दादी लोग बनी रैपर


  नॉर्थ जियोंगसैंग प्रांत की रहने वाली 7-8 दादियों ने अपना खुद का ग्रुप शुरू किया है. बता दें कि इन सभी लोगों की उम्र करीब 70-80 साल के आस-पास है. जानकारी के मुताबिक साल 2016 में इन महिलाओं ने दक्षिण कोरिया की लिपि पढ़ने के बाद रैप भी करना सीख लिया था. अब ये महिलाएं बैगी ड्रेस पहनकर ऐसा परफॉर्मेंस देती हैं कि लोग सुनने के लिए रूकते हैं. इतना ही उनके इस ग्रुप को अब अधिकांश लोग पहचानने भी लगे हैं. सोशल मीडिया पर वीडियो आने के बाद देश-विदेश के लोग भी इन महिलाओं की सराहना कर रहे हैं.


जानकारी के मुताबिक इस ग्रुप को जो लीड करता है, उस महिला की उम्र करीब 81 साल है. इन महिलाओं की वीडियो अब इंटरनेट पर खासी लोकप्रियता बटोर रहे हैं. बता दें कि इनके ग्रुप का नाम सुनी एंड द सेवन प्रिंसेसेज़ है. उनके गानों में ग्रामीण ज़िंदगी और कृषि से जुड़ी हुई बातें होती हैं. उन्होंने पहले स्कूल प्ले में परफॉर्म किया था. उनके कूल डूड स्टाइल कपड़े और मज़ेदार तरीके को लोग पसंद करते हैं. इतना ही नहीं ये महिलाएं इतनी लोकप्रिय हैं कि उन्हें टीवी शोज़ में भी इनवाइट किया जाता है.


पहले से ज्यादा यंग


रैप करने वाली इन महिलाओं का कहना है कि इस काम से वो खुद को यंग महसूस करती हैं. इतना ही नहीं धीरे-धीरे और भी महिलाएं इस ग्रुप में जुड़ने की कोशिश कर रही हैं. रिटायरमेंट की इस उम्र में रैप के जरिए इन महिलाओं को हर दिन कुछ नया करने को मिलता है और अपनी कहानियों को रैप के माध्यम से दूसरों को सुनाती भी हैं.


 


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