आपने अक्सर सुना होगा कि लोग कहते हैं, वह अपने काम से खुश नहीं हैं. ऐसे एक दो नहीं बल्कि कई लोग हैं. खासतौर से प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले यह बात ज्यादा करते हुए दिखाई देते हैं. अगर आप भी प्राइवेट सेक्टर में हैं तो आपके लिए ये खबर सबसे ज्यादा जरूरी है. हालांकि, इसका ताल्लुक हर तरह की नौकरियों से है, लेकिन कहा जाता है कि प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों में टेंशन सबसे ज्यादा होती है... इसलिए प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वालों को यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए. दरअसल, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने नौकरी पेशा लोगों पर एक रिसर्च किया है और इस रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञों ने बताया है कि किस तरह से काम करने वाले लोग अपनी प्रोफेशनल लाइफ में खुश नहीं रहते हैं.
रिसर्च में क्या बात निकल कर सामने आई है
जर्मन न्यूज़ वेबसाइट डीडब्ल्यू में छपी खबर के मुताबिक, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने अपनी रिसर्च में पाया कि ज्यादातर वह लोग जो अकेले काम करते हैं या फिर ऑफिस में उनकी बातचीत बहुत ज्यादा लोगों से नहीं है वह अपनी प्रोफेशनल लाइफ में खुश नहीं रहते हैं.वह लोग भी अपनी प्रोफेशनल लाइफ में बहुत ज्यादा खुश नहीं रहते जो अपने सहकर्मियों के साथ अच्छे रिश्ते नहीं बना पाते. इस रिसर्च में सबसे अहम बात यह पता चली कि अगर आपको खुश रहना है तो लोगों से सकारात्मक रिश्ते बनाने होंगे. अच्छी सेहत, बहुत ज्यादा पैसा या लंबा जीवन आपके खुशी का कारण नहीं बन सकता.
कब हुआ यह रिसर्च
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने यह रिसर्च आज से नहीं बल्कि 8 दशक पहले 1938 में शुरू की थी. दुनिया भर के 700 से ज्यादा लोगों पर हुए इस रिसर्च ने कई तरह की महत्वपूर्ण जानकारियां इंसानों के सामने पेश कर दी हैं. इस रिसर्च पर हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के साइकोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ रॉबर्ट वल्डिंगर ने इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी सीएनबीसी को इंटरव्यू देते हुए कहा कि अगर आप लोगों से ज्यादा सकारात्मक रूप से जुड़े हैं, तो आप अपने काम को लेकर ज्यादा संतुष्ट अनुभव करते हैं और ऐसा करने की वजह से आप खुश भी रहते हैं और बेहतर काम भी करते हैं.
इस तरह का काम करने वाले लोग ज्यादा खुश नहीं रहते
इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि कुछ प्रोफेशन ऐसे हैं जहां लोगों को अकेले काम करना पड़ता है और इसी वजह से वह लोग ज्यादा खुश नहीं रहते. यह प्रोफेशन हैं एक ट्रक ड्राइवर की, रात में काम करने वाले सुरक्षाकर्मी की, फूड डिलीवरी बॉय की या फिर ऑनलाइन रिटेल या वेयरहाउस में काम करने वाले लोगों की. इस तरह का काम करने वाले लोग अक्सर अकेले काम करते हैं और इस वजह से इनका अपने सहकर्मियों से बहुत ज्यादा संबंध नहीं हो पाता... यही कारण है कि ये अपनी प्रोफेशनल लाइफ में बहुत ज्यादा खुश नहीं रहते.
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