Union Budget 2024 India: यहां होती है देश के बजट की प्रिंटिंग? किसी को बाहर आने या अंदर जाने की इजाजत नहीं
Budget 2024: आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली हैं. देश का बजट पेश किए जाने से पहले बेहद खूफिया दस्तावेज होता है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर ये छापा कहां जाता है?
Union Budget 2024 India: वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली हैं. ये वित्त मंत्री के रूप में लगातार सांतवी बार है जब वो संसद में बजट पेश करने वाली हैं, लेकिन आपके मन में कभी सवाल आया है कि आखिर बजट को किस तरह से और कहां तैयार किया जाता है. इसकी प्रिटिंग कैसे होती है और उसके लिए सुरक्षा कैसी होती है? चलिए आज इन सवालों के जवाब जानते हैं.
कैसे तैयार होता है देश का बजट?
बता दें देश का बजट बहुत ही गोपनीय तरीके से तैयाार किया जाता है. इसके दस्तावेज तैयार करने के दौरान इसमें शामिल अधिकारी और कर्मचारी चाक चौबंद व्यवस्था में रहते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि संसद में बजट पेश होने से 10 दिन पहले ही ये अधिकारी और कर्मचारी दुनिया से पूरी तरह दूर हो जाते हैं.
दरअसल, जो अधिकारी और कर्मचारी बजट तैयार करते हैं वो अपने घर और आसपास के सभी लोगों से इतने दिनों के लिए कोई कॉन्टैक्ट नहीं रखते. इस दौरान वित्त मंत्रालय के नॉर्थ ब्लाक में पूरी तरह से लॉकडाउन जैसा माहौल नजर आता है. साफ शब्दों में कहा जाए तो बजट पेश होने के 10 दिन यानी 14,400 मिनट तक ये कर्मचारी दुनिया से डिस्कनेक्ट होकर बजट तैयार करते हैं. इस दौरान सिर्फ फाइनेंस मिनिस्टर के बेहद नजदीकी और भरोसेमंद अधिकारियों को ही घर जाने की परमिशन मिलती है.
कहां तैयार होता है बजट?
हर साल बजट दिल्ली के नॉर्थ ब्लाक स्थित मंत्रालय के दफ्तर में तैयार किया जाता है. 1950तक बजट डॉक्टूमेंट की छपाई राष्ट्रपति भवन स्थित प्रेस में होती थी, लेकिन एक बार वहां से बजट का कुछ हिस्सा लीक हो गया. जिसके बाद 1980 से बजट की छपाई नॉर्थ ब्लॉक स्थित प्रेस में की जाती है. ये बहुत ही खूफिया दस्तावेज होता है, ऐसे में बजट तैयार करने से पहले ही नॉर्थ ब्लॉक में किसी के आने जाने पर भी पाबंदी लगा दी जाती है.
बता दें बजट तैयार करने से पहले एक ब्लू शीट रखी जाती है, जिसमें प्रमुख आर्थिक डाटा होता है. इसी के आधार पर बजट को तैयार किया जाता है. इस बजट शीट को वित्त मंत्री भी बाहर नहीं ले जा सकते और इसकी पूरी जिम्मेदारी मंत्रालय के संयुक्त सचिव के पास होती है.
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