Union Budget 2024 India: पाकिस्तान में कैसे पेश होता है बजट? जानें भारत के मुकाबले कितना कम
Budget 2024: भारत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं, ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर पड़ोसी देश पाकिस्तान में बजट पेश कैसे किया जाता है?
Union Budget 2024 India: भारत में आज बजट पेश होने वाला है, जिसका सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में ये बजट पेश करेंगी. हमारे देश में बजट पेश करने की प्रक्रिया हलवा सेरेमनी से शुरू हो जाती है. ऐसे में क्या आपके मन में कभी खयाल आया है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में बजट पेश करने की क्या प्रक्रिया होती होगी या फिर वहां बजट कैसे पेश किया जाता होगा?
दरअसल किसी देश का बजट उसके वित्तीय, राजकोषीय, आर्थिक, सामाजिक और कल्याणकारी उद्देश्यों की झलक होता है. ये घरेलू क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र दोनों ही तरह से सरकार की नीतियों का भी आकलन करता है. बजट में लिए गए निर्णय और उनके अनुसार आवंटन समाज के सामाजिक-आर्थिक दृष्टिकोण पर गहरा प्रभाव डालते हैं. चलिए आज हम इस आर्टिकल में जानते हैं कि आखिर पड़ोसी देश पाकिस्तान में बजट कैसे पेश होता है.
पाकिस्तान में ऐसे पेश होता है बजट
पाकिस्तान में 1 जुलाई को पाकिस्तान में वित्तीय वर्ष की शुरुआत होती है. इस दौरान वित्त मंत्रालय द्वारा दिए गए बजट सुझाव, जिन पर मंत्रिमंडल द्वारा विचार किया जाता है और उन्हें मंजूरी दी जाती है, उसके बाद संसद के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है. प्रक्रिया के नियमों में बजट से पहले चर्चा या मंत्रालय की ओर से राजकोषीय विषयों और चिंताओं पर लोगों या विधानमंडल को शामिल करने के लिए बातचीत का कोई आधिकारिक प्रावधान नहीं है.
बता दें पाकिस्तान में हर साल जून मांह की शुरुआत में ही पेश किया जााता है. ऐसे में मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के बाद, मौजूदा सरकार की ओर से वित्त मंत्री नेशनल असेंबली में अपना बजट भाषण देते हैं, जिस दिन बजट पेश किया जा रहा होता है, उस दिन सदन में किसी भी तरह की दूसरी गतिविधियों की अनुमति नहीं होती है. पाकिस्तान में बजट चर्चा के चरणों में बजट पर सामान्य चर्चा, विनियोग पर चर्चा, अनुदानों की मांगों पर चर्चा और मतदान जैसी प्रक्रिया होती है. नेशनल असेंबली की प्रक्रिया के नियमों के मुताबिक, बजट के विभिन्न चरणों के लिए दिन आवंटित करने का अधिकार स्पीकर को होता है. वहीं बजट पेश किए जाने और पहले दिन होने वाली सामान्य चर्चा के बीच दो दिन बीतने चाहिए. बजट की सामान्य चर्चा के लिए, निर्धारित नियमों के मुताबिक, कम से कम चार दिन आवंटित किए जाने जरुरी हैं. इस दौरान नेशनल असेंबली का कोई भी सदस्य मांग की राशि को कम करने के लिए कटौती प्रस्ताव पेश कर सकता है. पाकिस्तानन में अनुदान की हर मांग पर चर्चा की जाती है और उसके बाद मतदान किया जाता है. आखिरी में लेखा-मत लिया जाता है और वित्त विधेयक पारित कर दिया जाता है.
भारत और पाकिस्तान के बजट में अंतर?
1 फरवरी 2024 को निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त वर्ष 2024-25 में 47,65,768 करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान रखा था, जो पिछले साल के बजट से 6 प्रतिशत ज्यादा बड़ा है. वहीं पाकिस्तान के बजट की बात करें तो वो 18,877 अरब पाकिस्तान रुपए यानी भारतीय रुपयो में 5.65 लाख करोड़ रुपये है.
इस हिसाब से देखें तो पाकिस्तान के बजट से आठ गुना ज्यादा भारत का बजट है. पाकिस्तान के कुल बजट को देखकर काफी हैरानी हो रही है. भारत सरकार ने चुनाव से पहले एक फरवरी को अपना अंतरिम पेश किया था, उसमें जो कैपिटल एक्सपेंडिचर का जो हिस्सा था वो पाकिस्तान के कुल जट से लगभग दोगुना था. यही वजह है कि भारत के लोग सरहद पार पाकिस्तान के बजट को देख हैरान तो होते ही हैं साथ ही मजाक भी उड़ाते हैं.
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