US president election 2024: अमेरिका में चुनावी सरगर्मियों के बीच वोटिंग खत्म हो चुकी है. रिपब्लिक पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट कमला हैरिस के बीच इस चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. जहां दोनों ही नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. वहीं अब देश के लोग बेसब्री से नए राष्ट्रपति के नाम के ऐलान का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि अमेरिका में राष्ट्रपति को शपथ कौन दिलाता है और शपथ लेने का पूरा प्रोसेस क्या है.
यह भी पढ़ें: कश्मीर में आर्टिकल 370 की वापसी को लेकर प्रस्ताव, जानें कानूनी तौर पर ये कितना मुमकिन
अमेरिका में राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह क्यों होता है जरुरी?
अमेरिका में हर चार साल में राष्ट्रपति चुनाव होते हैं और जीतने वाला उम्मीदवार 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेता है.
अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव लोकतांत्रिक प्रणाली का एक जरुरी हिस्सा है. चुनाव में जीतने के बाद, शपथ ग्रहण समारोह एक जैसा दिखाता है कि नए राष्ट्रपति को संविधान का पालन करने और अपनी पूरी शक्ति का उपयोग देश को आगे ले जाने की जिम्मेदारी मिलती है. यह शपथ पूरी दुनिया में अमेरिकी लोकतंत्र की शक्ति और उसकी संस्थाओं की स्थिरता का प्रतीक मानी जाती है.
यह भी पढ़ें: राजस्थान के इस जिले में हर शख्स को दो बीवियां रखने का अधिकार, लड़कियां भी नहीं करतीं सौतन का विरोध
अमेरिका में राष्ट्रपति को कौन दिलाता है शपथ?
अमेरिका में राष्ट्रपति को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी चीफ जस्टिस ऑफ़ द यूनाइटेड स्टेट्स (Chief Justice of the United States) के पास होती है. यह व्यक्ति अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय का प्रमुख होता है और शपथ ग्रहण के दौरान वो नए राष्ट्रपति को शपथ दिलाता है, शपथ लेने की यह प्रक्रिया संवैधानिक रूप से जरुरी है, ताकि राष्ट्रपति अपने कर्तव्यों को संविधान के मुताबिक निभाने की शपथ ले सके.
अमेरिका में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण का क्या होता है प्रोसेस?
सबसे पहले चुनावों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के परिणाम की आधिकारिक घोषणा की जाती है. हालांकि चुनावी कॉलेज (Electoral College) परिणाम नवंबर में ही घोषित हो जाते हैं, लेकिन जनवरी तक इसकी औपचारिक पुष्टि होती है. जब यह पुष्टि हो जाती है, तो विजेता उम्मीदवार शपथ ग्रहण के लिए तैयार होता है. इसके बाद शपथ ग्रहण समारोह आमतौर पर 20 जनवरी को आयोजित होता है, चाहे वो सप्ताह का कोई भी दिन क्यों न हो. यह दिन खास रूप से Washington D.C. में नेशनल मॉल पर आयोजित किया जाता है, जहां हजारों लोग शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होते हैं. यहां पर एक बड़ा मंच तैयार किया जाता है, जिस पर राष्ट्रपति और अन्य सरकारी अधिकारी शपथ लेते हैं.
राष्ट्रपति की शपथ एक साधारण लेकिन खास शब्दों में होती है, “I do solemnly swear (or affirm) that I will faithfully execute the Office of President of the United States, and will to the best of my ability, preserve, protect and defend the Constitution of the United States.” इसका मतलब है कि राष्ट्रपति यह शपथ लेता है कि वह अमेरिकी संविधान का पालन करेगा और राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारियों को निष्ठा से निभाएगा. इस पद की शपथ अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय के प्रमुख (Chief Justice) द्वारा दिलाई जाती है.
होती है खास परेड
शपथ ग्रहण के बाद नया राष्ट्रपति अपना उद्घाटन भाषण देता है और फिर इसके बाद रेड परेड आयोजित की जाती है, जिसमें राष्ट्रपति और अन्य प्रमुख नेता व्हाइट हाउस से लेकर कैपिटल हिल तक चलते हैं. इसके अलावा, शपथ ग्रहण के बाद रात को एक भव्य इंऑग्यूरल बॉल (Inaugural Ball) का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें राष्ट्रपति और प्रथम महिला, इसके अलावा अन्य उच्च पदस्थ अधिकारी भी मौजूद रहते हैं.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान का 'गुलाबी नमक' खाता है भारत? जानें, किन मुल्कों पर है सबसे ज्यादा निर्भरता